पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज़ डेस्क)। बिहार कैडर के पूर्व आईपीएस अमिताभ कुमार दास जब सरकारी सेवा में थें तब अपराधियों, भ्रष्टाचारियों और राजनीति-अपराधी नेक्सस की चूले हिलाकर रख दी थी। अपने समय के एक निर्भीक आईपीएस से सरकार भी खौफ खाती थी।
जब उन्होंने गिरिराज सिंह की फाइल पर टिप्पणी की थी, तब सरकार को उनसे खतरा महसूस होने लगा था। यही वजह रहा कि सरकार को उन्हें पद से हटाने के लिए हथकंडे अपनाना पड़ा। उन्हें जबरन सेवानिवृत्त कर दिया गया।
तब से पूर्व आईजी अमिताभ कुमार दास सरकार से नाराज़ चल रहें हैं। सरकारी सेवा में नहीं रहते हुए भी सरकार को नाकों चने चबाए हुए हैं। हर भ्रष्ट कारनामों की पोल वे खोलते रहें हैं। चाहे वह बाहुबली अनंत सिंह से जुड़े मामले हो या फिर दिवंगत पूर्व शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी से जुड़ा हुआ मामला।
उनके द्वारा उठाए गए आवाज के बाद सरकार की भारी फजीहत हुई थी और उसके बाद बिना पदभार ग्रहण किए शिक्षा मंत्री को इस्तीफा देना पड़ा था। इसके बाद भी वह लेसी सिंह, मंजू वर्मा, के अलावा उन्होंने खुदाबख्श लाइब्रेरी के एक हिस्से को तोड़े जाने के खिलाफ भी लड़ाई लड़ी जिसके बाद सरकार की तंद्रा भंग हुई।
आजकल पूर्व आईजी अमिताभ कुमार दास सोशल मीडिया पर बहुत ज्यादा सक्रिय हैं।वे अपने कार्टून के माध्यम से देश की घटना को बहुत गहराई से देख रहें हैं।
इस बार उन्होंने सरकार को आड़े हाथ लेने के लिए कार्टून का सहारा ले रहें हैं। अपने कूची के सहारे वह बिहार के सीएम और प्रधानमंत्री को निशाने पर रख रहे है। वे अपने कार्टून के माध्यम से कोरोना महामारी में सरकार की विफलता को लेकर जबरदस्त हमलावर है।
पूर्व आईपीएस अपने कार्टून के जरिए बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोल रहे हैं। पिछले कुछ समय से वह लगातार अपने कार्टून पोस्ट कर रहें हैं।इतना ही नहीं उनके कार्टून तेजी से वायरल भी हो रहें हैं।
देश में जब कोरोना महामारी का चारों तरफ हाहाकार मचा हुआ था तो उन्होंने कार्टून को अपनी आवाज़ का हथियार बनाया, उन्होंने तंज कसते हुए कार्टून बनाया,
“कोरोना से कट गई हैं मोदीजी की नाक,रुप अनोखा देखकर सारे भक्त अवाक”।
जब उत्तर प्रदेश और बिहार में गंगा नदी में तैरती लाशें मिली तो उन्होंने अपने कार्टून को एक और शक्ल दी-
“तैर रहे नंगे मुर्दों को मोदी का पैगाम” तुम्हें नोच खाएंगे कुत्ते , मैं चुसूगा आम।
इस कार्टून में उन्होंने पीएम द्वारा एक न्यूज़ चैनल पर दिए साक्षात्कार पर तंज कसा जिसमें उन्होंने आम चूसने की बात कहीं थी।
इसके अलावा इससे ही जुड़े एक अन्य कार्टून भी काफी चर्चित रही, जिसमें उन्होंने कार्टून को आवाज दी,
” विकास की आंधी है, तरक्की का तूफान है,देश की नदियों में लाशों का उफान है।”
जब देश में कोरोना माहामारी से लाखों मर रहे थे, तब पीएम मोदी टीवी पर आकर भावुक होते हैं, रो देते हैं ऐसे में उनका एक और कार्टून आता है जिसमें मोदी कह रहे हैं,,”मितरो मैं इतना भावुक हूं कि एक बार प्याज छीलते समय भी मेरे आंसू निकल गए थे।
जब न्यूयॉर्क टाइम्स ने भारत में कोरोना महामारी से मरने वालों के आंकलन लगाया तब उन्होंने एक बार फिर अपनी कूची उठायी और अपने अंदर के मनोभाव को कुछ इस प्रकार उकेरा,” मिट्टी में मिल गई है मोदी तेरी साख,
छप्पन इंची सीना है,मरेगे छप्पन लाख”।
इसके अलावा पूर्व आईजी अमिताभ कुमार दास ने अपने दर्जनों कार्टून में पीएम मोदी को अपनी कूची के सहारे निशाने पर रखतें हुए उनके भाषण की कलाकारी पर कूची चलाई तो उनके बढ़ी हुई दाढ़ी पर तंज कसते हुए उन्हें पंजाबी लुक देते हुए पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए तैयारी में दिखाया या फिर उनके जुमले भारत को विश्वगुरु बनाने पर कार्टून के माध्यम से करारी चोट की है।