-: मुकेश भारतीय :- किसी भी सभ्यता और संस्कृति में बेहतर बदलाव के लिये यह जरुरी नहीं है कि उसका मूल ही नष्ट कर दिया जाये। नालंदा की पावन पर्टकीय नगरी राजगीर में टमटम यानि तांगा विशेष आकर्षण का केन्द्र है। आधुनिकता की इस दौर में यह सवारी देश के बहुत कम क्षेत्रों में बचा है। उसमें राजगीर और उसके आसपास का ईलाका एक मिसाल है। आज कल राजगीर में टमटम की जगह ई-रिक्शा के परिचालन की बात हो रही है। आखिर उसकी वजह क्या है? इसका ठोस जबाव किसी के पास नहीं है। शासन-प्रशासन के लोग […]
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