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    Friday, April 26, 2024
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      उप महापौर बन यूं फर्श से अर्श तक पहुंची शर्मीली परवीण !

      वर्ष 2017 के नगर निगम चुनाव में पूरे 46 वार्डों में सबसे ज्यादा वोट यानी 2681 वोट से यह जीत हासिल कर शर्मीली परवीण ने एक रेकार्ड कायम  किया था……..”

      एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क (दीपक विश्वकर्मा)। वर्ष 2017 के नगर निगम के चुनाव में सबसे ज्यादा वोट से जीत हासिल करने वाली शर्मीली परवीन आज बिहार शरीफ नगर निगम की उपमहापौर बन गई। 

      इनकी कहानी फर्श से अर्श तक की है। दरअसल वह छज्जू मोहल्ला निवासी स्वर्गीय रियाज अहमद की सबसे छोटी बेटी हैं। इनसे बड़ी तीन बहनें और चार भाई हैं।

      sarmili parween with gulrej
      जीत के बात अपने शौहर के साथ विजयी मुद्रा में उप महापौर शर्मीली परवीण…

      गरीबी की जिंदगी गुजर बसर करने वाले रियाज़ अहमद बीड़ी बनाते थे और बीड़ी बनाकर न केवल अपने परिवार का भरण पोषण किया बल्कि अपने बच्चों को अच्छी तालीम भी दी।

      शर्मीली परवीन की प्रारंभिक शिक्षा मोहल्ले के ही नेशनल हाई स्कूल में हुई। बचपन से ही तेजतर्रार शर्मीली पढ़ाई के अलावे अपनी मां का घरेलू काम में हाथ भी बंटाती थी।

      वर्ष 2008 में इनकी शादी बिहार नगर पालिका के पूर्व उपाध्यक्ष स्वर्गीय कमरुल हसन के पुत्र नदीम जफर उर्फ गुलरेज के साथ हुई। इनकी दो बेटियां हैं। शर्मीली ने कभी यह नहीं सोचा था कि वह अपने ससुर और पति की गद्दी पर बैठ सकेंगी।

      लेकिन किस्मत का लिखा कौन टालता है। इनकी किस्मत में लिखा था विरासत की कुर्सी संभालना, जो इन्हें मिल गयी।  

      जीत हासिल करने के बाद शर्मीली परवीन ने कहा कि सबका साथ लेकर सबका विकास मैं बिना भेदभाव के करूंगी। साथ ही उन्होंने राज्य सरकार कि योजनाओं को अमलीजामा पहनाने में हमेशा तत्पर रहूंगी। 

      उन्होंने इस जीत के लिए न केबल अपने समर्थक पार्षदों को, बल्कि जिन्होंने उन्हें वोट नहीं दिया है, उन्हें भी उन्होंने अपनी ओर से बधाई दी है। 

      उनका कहना है कि बिहार शरीफ शहर स्मार्ट सिटी हो गया है। ऐसे में बड़े पैमाने पर पूरे शहर का विकास होना है। जिसमें बिना भेदभाव के सभी पार्षदों का उन्हें साथ मिलना जरूरी है। 

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