“यह केवल नालंदा जिला समाहरणालय के सामने नहीं हुआ बल्कि, इस इलाके में जहां-जहां पेवर ब्लॉक लगाए गए थे, सभी धंस गए। जिससे इस कार्य कि गुणवत्ता पर सवालिया निशान खड़ा हो गया है….”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क (दीपक विश्वकर्मा)। बिहार शरीफ में बुडको द्वारा लाखों रुपए की लागत से 10 दिन पूर्व फुटपाथ पर लगाए गए पेवर ब्लॉक हल्की बारिश में ही धंस गयी। वह भी जिला समाहरणालय के सामने।
हुआ यूँ कि अंबेर निवासी जिला परिषद के पूर्व सदस्य के पति धनंजय कुमार नगर निगम के उपमहापौर का चुनाव का नजारा देखने जिला समाहरणालय पहुंचे थे।
भीड़ और गहमागहमी के बीच उन्होंने अपनी स्कॉर्पियो को सोगरा स्कूल की बाउंड्री से सटे खड़ा किया, त्यों ही उनकी स्कॉर्पियो के आगे का चक्का धंस गया और पेवर ब्लॉक बिखर गए।
ऐसे परिवेश में जिलाधिकारी के द्वारा ठेकेदार के ऊपर क्या कार्रवाई की जाती है, देखने वाली बात होगी। मगर इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि नगर निगम के कई इलाकों में बुडको द्वारा कराए जा रहे कार्य गुणवत्ता पूर्ण नहीं दिख रहे हैं।
इधर इस बाबत नगर आयुक्त सौरव जोरवार से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि यह निर्माण कार्य नगर निगम के द्वारा नहीं, बल्कि स्मार्ट सिटी के तहत बुडको के द्वारा करवाई जा रही है।
दरअसल बिहार शरीफ स्मार्ट सिटी के तहत पूरे शहर में 160 करोड़ कि लागत से वाटर पाइप बिछाने का कार्य छह माह पूर्व बुडको द्वारा शुरू किया गया था, जिसे दो वर्ष के भीतर पूरा कराने का लक्ष्य निर्धारित है।
पाइप बिछाना, कनेक्शन करना और खुदाई में तोड़े गए गलियों की पीसीसी ढलाई का कार्य कराना इसी एजेंसी का काम है। मगर इस एजेंसी के द्वारा सड़कों और गलियों की खुदाई तो कर दी जाती है, मगर ढलाई नहीं कि जा रही है।
इस कारण नगर वासियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसी मामले को लेकर कुछ दिन पूर्व डॉक्टर्स कालोनी में लोगो ने जमीन की खुदाई करने पर रोक लगा दिया था।