“चोर को आगे ताला क्या और बेईमान के आगे केवाला क्या। इस कहावत की पुष्टि उस कोल्हान क्षेत्र में हो रही है, जहां से सीएम रघुवर दास, पूर्व सीएम अर्जुन मुंडा, सासंद लक्ष्मण गिलुआ, मंत्री सरयु राय आदि सरीखे नेता सत्तासीन हैं……. “
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। सरायकेला-खरसांवा जिले के सरायकेला थानान्तर्गत टाटा-सरायकेला मुख्य सड़क पर अवस्थित है बीरबाँस गांव। यहां मुख्य सड़क से दो सौ मीटर की दूरी पर पचासों ग्रामीणों से करीब पचास एकड़ से भी अधिक भूमि माफियाओं ने इनफीनीटी इंड्रस्ट्रीयल पार्क प्राइवेट लिमिटेड के नाम से यह कहकर ले लिया है कि बदले में मुआवजा और नौकरी दोंनो दी जाएगी, लेकिन अब नौकरी के नाम पर ठेंगा दिखाया जा रहा है।
वेशक भूमि अधिग्रहण कानून भोले-भाले ग्रामीणों-किसानों की जमीन की उचित कीमत और उनकी भविष्य रक्षा के लिए बनाए गए हैं। लेकिन माफियाओं ने इसकी भी काट ढूंढ ली है।
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज के पास बीरबांस गांव में भू-माफियाओं द्वारा हो रही धोखाधड़ी के दस्तावेज उपलब्ध कराए गए हैं। इन दस्तावेजों को देखने से साफ प्रतीत होता है कि यहां हर कानून की काट ढूंढ ली गई है।
आईए आप सुधी पाठक देखिए उदाहरनार्थ ऐसे कागजात को, जो यह सोचने पर बाध्य कर देता है कि क्या भूमि अधिग्रहण कानून का जमीनी स्वरुप कितना बदरंग है…