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    Friday, April 26, 2024
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      नीतिश सरकार फिर बदनाम, मैट्रिक-इंटर रिजल्ट में पैसे का खुला खेल

      शेखपुरा (INR)। बिहार में 30 मई को घोषित हुए इंटर के रिजल्ट में रिजल्ट माफिया का खेल भी खूब चला। इंटर में 75%रिजल्ट दिलाने के लिए रिजल्ट माफिया बोर्ड ऑफिस में हावी रहे। बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर को चुनौती देते हुए बोर्ड ऑफिस में कार्यरत रिजल्ट माफिया बेहतर रिजल्ट देने के लिए परीक्षार्थी का बाकायदा नाम, पिता का नाम,माता का नाम, इंटर संकाय, कॉलेज के नाम का  सही जिक्र करते हुए फोन कर कर अच्छे रिजल्ट के लिए संपर्क करते रहे।

      बिहार बोर्ड ऑफिस से सही सूचना को रिजल्ट माफिया द्वारा परीक्षार्थी और उसके अभिभावक को देकर खूब चांदी काटी। रिजल्ट माफिया किस तरह रिजल्ट देने के लिए सक्रिय रहे इसका अहम खुलासा रिजल्ट माफिया और एक छात्रा के अभिभावक से हुई  बातचीत का ऑडियो अंश भी सुना जा सकता है।

      हुआ यूं कि शेखपुरा जिला के नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नं 15 की इंटर की परीक्षा में शामिल हुई छात्रा महिमा कुमारी के फोन नं 9709833077 पर 26 मई 21017 को 8:54am और 10:58 am को रिजल्ट माफिया मो नं 8298263025 से सम्पर्क किया। इसकी जानकारी देते महिमा के पिता राज किशोर प्रसाद ने कहा कि संयोग से महिमा का मोबाइल उस समय उनके पास था। फोन उनके द्वारा रिसीव किया गया तो रिजल्ट माफिया अपने आपको सुबोध कुमार बताते हुए कहा कि वह बोर्ड ऑफिस पटना बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से फोन कर रहा हूँ। महिमा बोल रही हो। महिमा के पिता ने कहा कि महिमा के पिता बोल रहा हूँ। माफिया ने उनसे कहा कि महिमा के पिता राज किशोर प्रसाद बोल रहे हैं। महिमा की मां का नाम सुषमा कुमारी है। वह इंटर की परीक्षा एसजीएम कॉलेज शेखपुरा से दी है।

      इतना सही सूचना माफिया द्वारा दिये जाने पर महिमा के पिता राज किशोर को सही लगा तो राज किशोर ने माफिया से पूछा बोलिये क्या बात है। माफिया ने जबाब दिया कि उनकी बच्ची फिजिक्स में फेल कर गयी है।नम्बर बढ़वानी है। तो आज लास्ट डेट है समोवार को रिजल्ट निकल जायेगा। 3500 रु लगेंगे और उनकी बच्ची को 75%नम्बर दे दिया जाएगा।  माफिया को अपने आपको गरीब होने की दुहाई देते हुए राज किशोर ने कहा कि वह उतना पैसा नहीं दे सकेगा।

      राज किशोर ने माफिया से कहा कि 500 रु से ज्यादा उनसे नही हो सकेगा। अंतिम में बात करते हुए माफिया ने कहा कि कम से कम 2000 रु लगेंगे तैयार हो तो उनकी बेटी महिमा का नं बढ़ा दिया जाएगा। राज किशोर किसी तरह 2000रु पर तैयार हो गया। राज किशोर ने माफिया से पूछा कि यह रु कैसे भेजें। इतना पर माफिया ने राज किशोर के मो। पर अपना एकाउंट नं 32954285096और ifsc कोड SBIN0003587 मैसेज कर जल्द से जल्द रु भेजने की बात कही।

      पैसा नहीं भेजेंगे तो उनकी बच्ची फिजिक्स में फेल रह जायेगी। राज किशोर ने घरवाले की राय मिलाने के बाद किसी के द्वारा ठगी किये जाने की बात सोंच माफिया के खाते में पैसा नहीं भेज सका। इंटर सांइस का जब रिजल्ट निकाला और महिमा ने अपना रिजल्ट देखा तो वह फिजिक्स में 4 नं से फेल हो गयी पाई। तब राज किशोर को एहसास होने लगा कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से जो फोन उनके पास आया था वह सही था।

      सवाल: क्या बोर्ड अध्यक्ष इसकी जाँच करेंगे? आखिर ऐसी जानकारियां रिजल्ट के पहले किसके पास आई। वो कौन लोग हैं जो रिजल्ट की सौदेबाजी कर रहे थे…? कितने बच्चों को कॉल करके रिजल्ट बेचा गया…? क्या जानबूझ कर बच्चों को फेल किया गया?

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