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    Friday, April 26, 2024
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      नालंदाः बदमाशों ने 5वीं क्लास की छात्र को महज इसलिए पीट-पीट कर मार डाला !  

      बिहार के सीएम नीतीश कुमार के नालंदा  जिले में बदमाश बेलगाम है। उसमें पुलिस-कानून का कहीं कोई खौफ नजर नहीं आता…..”

      एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क। तेलमर पुलिस ओपी के दक्षिण टोला निवासी पांचवी क्लास की एक मासूम छात्र को बदमाशों ने नृशंस हत्या कर दी और उसके शव को कुंआ में डाल दिया।

      कहते हैं कि सरस्वती पूजा के उपलक्ष्य में नाच-गाने के कार्यक्रम में हथियार लेकर बैठे बदमाश ने पुलिस से बचने के लिए अपने पड़ोस के रहने वाले छात्र को कट्टा पकड़ा दिया।

      nalanda crime1इससे डरे-सहमे छात्र ने खुद को बचाने के लिए कट्टे को पुआल के ढेर में फेंक दिया। रात में ही किसी ने कट्टा उठा लिया। बदमाश ने बच्चे से कट्टा मांगा और न मिलने पर सुबह भाइयों के साथ सुनसान जगह पर ले जाकर गला दबा उसकी हत्या कर दी।

      घटना के साक्षी कुत्ते को भी बदमाशों ने नहीं छोड़ा। छात्र और कुत्ते को मारकर शव को कुएं में फेंक दिया। इस वारदात से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई।

      कहा जाता है कि बीती 31 जनवरी की रात यादव टोली में नाच-गाना का आयोजन किया गया था। इस दौरान तेलमर ओपी की पुलिस वहां पहुंच गई। पुलिस को देखते ही लक्ष्मण नामक बदमाश घबरा गया और अपना कट्टा बगल में बैठे पांचवीं के छात्र धीरज को थमाकर भाग निकला।

      इधर डरे-सहमे धीरज ने कट्टे को पुआल में फेंक दिया। किसी ने नजर बचाकर कट्टा गायब कर दिया। पुलिस के जाने पर लक्ष्मण वापस आया तो धीरज से कट्टे की मांग की। धीरज ने सारा सच बता दिया।

      उसके बाद शनिवार की अल सुबह नाच समाप्त हुआ तो लक्ष्मण भाइयों के साथ धीरज को पकड़कर सुनसान इलाके में ले गया। वहां उसकी पिटाई की और गला दबाकर हत्या कर दी। शव को कुएं में डाल दिया। एक कुत्ता भी पीछे लगा था। बदमाशों ने उसे भी पकड़ा और मार डाला। कुत्ते का शव भी उसी कुएं में डाल ऊपर से पुआल डाल दिया।

      पुलिस ने रविवार की शाम शव बरामदगी के बाद हिरासत में लिए गए लक्ष्मण कुमार की निशानदेही पर रामश्लोक और आरोपी जितेंद्र को भी गिरफ्तार कर लिया। मामले में पुलिस ने अमिरक यादव उर्फ बुधु यादव समेत उनके तीन पुत्रों लक्ष्मण कुमार, जितेंद्र कुमार एवं नीरज कुमार तथा विनोद यादव के पुत्र रामश्लोक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है। नीतीश कुमार फरार है।

      घटना से ग्रामीणों में आक्रोश है। मृतक धीरज दो भाइयों में बड़ा था। गांव के मध्य विद्यालय में पढ़ता था। धीरज के पिता अशोक यादव की मानसिक स्थित ठीक नहीं है। इलाज रांची में चल रहा है।

      बहरहाल,  धीरज की हत्या से पूरे गांव में उबाल है। पुलिस भी गांव के लोगों का मिजाज भांपते हुए किसी अप्रत्याशित घटना से बचने के लिए आरोपी अमीरक यादव उर्फ बुधु यादव के घर को भारी संख्या में पुलिस बल ने सुरक्षा घेरे में ले लिया है।

      हत्या में संलिप्तता उजागर होने के बाद अमीरक के घर में एक भी सदस्य नहीं हैं। उसके दो बेटे जितेन्द्र व लक्ष्मण को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। तीसरा बेटा नीतीश समेत घर के सभी सदस्य फरार हैं।

      कहते हैं कि बुधु के बेटों की चोरी-बटमारी से गांव-टोले के लोग खफा हैं। पता नहीं वे लोग कब किसके खेत या घर से चोरी कर ले। किसी की फसल चुरा ली। मौका पाकर किसी के घर में घुसकर दूसरी वस्तुएं और रुपए चोरी कर लेना भी इनकी आदत में शुमार था। अमीरक खेती के अलावा दूध भी बेचता है। अवैध तरीके से गांव में ही डीजल बिक्री भी करता रहा है।

      ग्रामीणों की मानें तो बुधु के बेटे लक्ष्मण कुमार ने कुछ दिन पहले चोरी की थी। मौके पर ही धीरज ने उसे देख लिया था। इस वजह से भी धीरज लक्ष्मण एवं इसके बदमाश भाइयों की आंखों में चुभ रहा था।

      ग्रामीण यह भी मान रहे हैं कि वे लोग उसी दिन से उस बच्चे को मारने का बहाना ढूंढ रहे थे। अंतत: कट्टा चोरी का लांछन लगाकर मार डाला।

      यही नहीं, जब धीरज का शव कुएं से मिला तो कुछ लोगों ने शोक में कार्यक्रम बंद रखने को कहा। फिर भी कुछ लोग कार्यक्रम के पक्ष में हो लिए। फिर तय हुआ कि कम वॉल्यूम में साउंड बॉक्स बजाए जाएंगे।

      लेकिन कुछ ही देर बाद नर्तकियों ने यह कह कर नाचने से मना कर दिया कि कम वॉल्यूम में गाना बजने पर उनसे डांस नहीं हो पा रहा है। इससे नाराज कुछ युवकों ने नर्तकियों व उनके पुरुष साथियों के साथ बदसलूकी कर दी। उनके मोबाइल फोन और साजो-सामान जब्त कर लिए। फिर सोमवार की सुबह में सुलह हुई और सारे सामान लौटाए गए।

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