“भारत में आज भी 5%लोगो के पास 94%जमीन है।शिक्षा ,स्वास्थ्य, लोकतंत्र, सभी उधोगो,सभी प्रकार के बेशकीमती खनिजो पर इन्ही 5%लोगो का नियंत्रण है। गरीब आदमी सिर्फ रोजी रोटी की लड़ाई लड़ रहा है……………..”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। क्रांति ज्योतिविरांगना फूलन देवी के जन्मदिवस 10 अगस्त से नालन्दा जिले से प्रारम्भ होकर यह रथ पूरे बिहार के सभी जिलों में 22सूत्री मांगों को लेकर जन आंदोलन चला रही है।
सामाजिक न्याय यात्रा का नेतृत्व कर रहे मोहन कुमार मौर्य और सोनू यादव ने बताया कि जब मानव पशुता को छोड़कर सभ्य ज़िंदगी जीना शुरू किया तभी से संसाधनों पर नियंत्रण के लिए संघर्ष शुरू हो गया । सत्ता पर नियंत्रण के लिए जाति और धर्म का सहारा लिया जाने लगा।
राजगीर में रथ के आगमन पर पूर्व लोकसभा प्रत्याशी सम्पत कुमार, मनोहर चौधरी, उमेश भगत, गणेश गौतम, अशोक हिमांशु आदि ने रथ का स्वागत कर शहर के दलित व पिछड़ी बस्तियों में जाकर आम जनता के बीच सामाजिक न्याय यात्रा के प्रमुख बिन्दुओ को विस्तार में बताया और चरणबद्ध आंदोलन के लिए तैयार रहने को कहा।
दलित नेता सम्पत कुमार और गणेश गौतम ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था चंद लोगो के हाथों की कठपुतली बनकर रह गयी है। इस व्यवस्था को समाप्त करने की ज़रूरत है। मॉबलीचिंग कि घटनाएं परिवारों को बर्बाद कर रही है।
सभी समाजसेवियों ने केंद्र सरकार से शोषित वर्ग के एससी, एसटी,व ओबीसी के बैकलॉग को भरने की मांग की।
सामाजिक न्याय यात्रा के 22 सूत्री प्रमुख मांगो में सम्पूर्ण राष्ट्र में समान व निशुल्क शिक्षा, शहीद के परिवारों को एक करोड़ की राशि देने, बलात्कारियों को तीन दिन में सजा ए मौत देने, न्यायालय में कोलीजियम सिस्टम समाप्त करने,निजीकरण की प्रक्रिया समाप्त करने, जनसंख्या नियंत्रण के महत्वपूर्ण कदम उठाने, टीवी चैनलों पर धार्मिक बहस की जगह भूखमरी, बेरोजगारी सहित जनहित के मुद्दों पर डिबेट करने करने, बाढ़ व सुखाड़ की समस्या को समाप्त करने के लिए सभी नदियों को जोड़ने सहित बिहार के शेल्टर होम मुजफ्फरपुर के गुनहगारों व चमकी बुखार के बहाने गरीबो के बच्चों के हत्यारे को फांसी दिए जाने की मांग रखी है।
राजगीर के मार्क्सवादी नगर,साइड पर,गांधी टोला, लेनिंनगर आदि क्षेत्रों में जनांदोलन के लिए जनसम्पर्क अभियान चलाया