एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। राजगीर मलमास मेला सैरात भूमि को अतिक्रमण मुक्त करने की कानूनी जंग लड़ रहे चर्चित आरटीआई एक्टिविस्ट समाजसेवी पुरुषोतम प्रसाद ने ‘राजगीर में प्रशासन का चुस्त नमुना देखिये’ खबर की बाबत प्रशासन की कड़ी आलोचना की है।
श्री प्रसाद ने ‘ऑल इंडिया न्यूज कवरेज’ नामक व्हाट्सएप्प शोसल ग्रुप पर लिखा है कि जो बातें सर्वविदित हो चुका है, उसके बाद भी नालन्दा प्रशासन गलती पर गलती करते जा रहा है, उसी का नमूना है कि भारतीय पुरातत्व एवं सर्वेक्षण विभाग की भूमि पर पुन: विधि विरुद्ध नियम कानून को ताक पर रखकर अस्थाई स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना की गई।
उन्होंने आगे लिखा है कि वहां प्रशासन द्वारा सस्ती रोटी की दुकान भी भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के चिन्हित भूमि पर अस्थाई तौर पर कराया गया। इतना ही नहीं, अजातशत्रु किला मैदान के बाउंड्री के अंदर बैरिकेटिंग किया गया। वह भी प्रतिबंधित क्षेत्र है।
श्री प्रसाद ने लिखा है कि उक्त भू-क्षेत्र पर किसी तरह का कंट्रक्शन व छेड़छाड़ करना अपराध की श्रेणी में आता है। फिर भी नालन्दा प्रशासन के द्वारा ऐसा कार्य किया कराया गया है, जो कहीं से भी उचित प्रतीत नहीं है।
बकौल पुरुषोतम प्रसाद, दूसरी तरफ यदि वैसे जगह पर अस्थाई स्वास्थ्य केंद्र इत्यादि के निर्माण कराये भी गये तो वहां पर पहले मिट्टी की भराई करवा दी जाती ताकि यह दिन देखना ना पड़ता।