“कई सरकारें बनी और कई सरकार चली गई, लेकिन नहीं बदला तो पूर्वी सिंहभूम जिला के इन 3 परिवार का भविष्य…..”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। भले ही देश के आजाद हुए 70 वर्ष बीत गए हैं। लेकिन इन 70 वर्षों में झारखंड की विलुप्त होती प्रजाति के पास खुद के पास भारत या झारखंड की नागरिकता प्रमाणित करने का कोई प्रमाण नहीं है।
पूर्वी सिंहभूम जिला के गुड़ाबांधा थाना अंतर्गत झरना कोचा जंगल के बीचो बीच तीन सबर परिवार रहते है और इन सबर परिवार को अब तक नागरिकता नहीं मिला है। ये भारत के रहनेवाले हैं या किसी दूसरे देश का इनको नहीं पता।
लेकिन एक्सपर्ट मीडिया ने घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र के बीहड़ों से इन 3 सबर परिवार को ढूंढ निकाला है। एक्सपर्ट मीडिया सूत्र पूर्वी सिंहभूम जिला के इस घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र के झरना कोचा जंगल पहुंची और इन तीन सबर परिवारों का हाल जाना।
हमारी टीम ने इन परिवारों की जानकारी स्थानीय प्रशासन को भी दी। अनुरोध पर गुड़ाबांधा बीडीओ सीमा कुमारी पूरे दलबल के साथ इन बीहड़ों में पहुंची और सच्चाई जानकर दंग रह गई।
जब बीडीओ ने जाना कि इन सबर परिवारों का नाम न तो मतदाता सूची में है और न ही इनके पास राशन कार्ड आदि हैं तो वे भड़क उठीं और तत्काल इन सबर परिवारों को सरकारी सुविधाएं मुहैया कराने का भरोसा दिलाया।
तीनों परिवार कुपोषण के शिकार पाए गए और इनके पास खाने के लाले पड़े हैं। वैसे बीडीओ साहिबा ने अपनी तरफ से परिवार को कंबल दिया और मिठाइयां बांटकर नई जिंदगी शुरू करने की शुभकामना दी।
वैसे एक्सपर्ट मीडिया ने मुख्यमंत्री के गृह जिले से ऐसे परिवारों को ढूंढ निकाला है, जिन्हें आजादी के 70 वर्षों बाद भी भारत की नागरिकता नहीं मिली है।
वैसे अब देखने वाली बात होगी कि प्रशासन और सरकार के आंख खोलने के बाद प्रशासन आगे क्या करती है। अपनी जिम्मेवारी को पूरा करती है या सिर्फ खानापूर्ति करती है।