-संवाददाता-
रांची। ओरमांझी थाना के हुटुप गांव में अपनी जमीन पर काम कराने पहुंचे चुटिया निवासी बीना देवी के लोगों पर पर हरवे हथियार से लैश उपद्रवियों ने अचानक हमला कर दिया। इस हमले में आधा दर्जन लो घायल हो गए। जिसमें कडरु निवासी हसन अंसारी की हालत गंभीर है। उनका ईलाज मेदांता के आईसीयू में चल रहा है। घायलों में रेणु सिंह, चिंटू सिंह, नवीन सिंह, मो. आजाद अंसारी, नेहा सिंह आदि शामिल हैं।
घटना के बारे में बताया जाता है कि वर्ष 2005 में हुटुप निवासी जगनु-मगनु महतो ने चुटिया रांची निवासी बीना देवी को 80 डीसमिल जमीन बेची थी। इस जमीन की रजिस्ट्री और म्यूटेशन तब ही हो चुका था। गुरुवार की सुबह करीब दस बजे जैसे ही जमीन मालिक के लोग जेसीबी मशीन लेकर काम करने पहुंचे कि किसी पिंटू नामक युवक के नेतृत्व में परंपरागत हथियारों से उपद्रवियों ने अचानक हमला बोल दिया और मार पीट शुरु कर दिया। इसकी फौरिक शिकायत मिलते ही ओरमांझी थाना पुलिस की टीम घटनास्थल पर पहुंची और उपद्रवियों की टीम का नेतृत्व कर रही आशा देवी और अनीता देवी नामक दो महिला को गिरफ्तार कर लिया। बाकी लोग फरार हो गए। पुलिस उन लोगों की सरगर्मी से तलाश कर रही है।
इस संदर्भ में पांच नामजद एवं अन्य अज्ञात आठ-दस महिलाओं के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है। नामजद अभियुक्तों में हरिलाल महतो, पिंटू महतो, अनीता देवी, आशा देवी, आकाश महतो शामिल हैं।
हुटूप गांव पहंचने पर वहां काफी सुनसान नजारा था। गांव में मौजूद बच्चे और महिलाएं कुछ भी नहीं बता रहे थे। गांव में एक भी पुरुष नहीं मिले। सब पुलिसिया कार्रवाई के भय से गायब दिखे। देर शाम महिलाओं का एक झुंड ओरमांझी थाना पहुंची। लेकिन वे लोग थाना क्यों आई है, थाना प्रभारी को कुछ भी समझा न सकी।
उपद्रवियों को बख्शा नहीं जाएगा
“ जमीन बी. प्रधान की है। जमीन उन्हें जिसने बेची है, वे बेचने से इंकार कर रहे हैं। लेकिन जमीन के सारे कागजात बी. प्रधान के नाम से है। इस तरह के उपद्रवी हमले के दोषियों के खिलाफ पुलिस कड़ी कार्रवाई करेगी। किसी के भी नहीं बख्शा जायेगा। हमले में एक की हालत गंभीर है और बकी को मामूटी चोटें आई है।
……….सुमन कुमार सुमन, थाना प्रभारी, ओरमांझी।
पुलिस प्रशासन पर पूरा भरोसा है
“ जमीन मालिक को लालच हो गई है। वह रंगदारी की मांग कर रहा है। नहीं देने पर आज सुनियोजित ढंग से असमाजिक तत्वों को भड़का कर हमला कर दिया। हमारे लोगों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। अगर समय पर पुलिस नहीं आती तो कई लोग मारे जाते। इसके पहले भी बाहरी उपद्रवियों के सहारे गुंडागर्दी की गई है। लोग जेल भी गए हैं। उपद्रवी चाहते हैं कि हम उनके भय से जमीन छोड़ कर भाग जाएं। मुझे पुलिस प्रशासन पर पूरा भरोसा है।“
………..नेहा सिंह, जमीन मालिक के करीबी।