रांची। संथाल प्रगना स्थित लिट्टीपाड़ा सीट से झारखंड मुक्ती मोर्चा के उम्मीदवार साइमन मरांडी ने 12,900 हजार वोटों से जीत दर्ज की है। इस साल जनवरी में दिल का दौरा पड़ने से झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक अनिल मुरमु के देहांत के बाद इस सीट पर चुनाव की जरूरत पड़ी। इस चुनाव में बीजेपी ने अपनी पुरी ताकत झोंक दी।
इस जीत पर झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन ने कहा लिट्टीपाड़ा की जनता ने झामुमो को विजयी बनाकर सरकार द्वारा किए जा रहे एसपीटी एक्ट में संशोधन के विरोध में मुहर लगा दिया हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 6 अप्रैल को झारखंड के साहिबगंज के दौर पर थे इस दौरान विपक्षी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) का कहना है कि मोदी का प्रस्तावित दौरा लिट्टीपाड़ा विधानसभा उप-चुनाव को सीधे तौर पर प्रभावित करने की साजिश का आरोप लगाया था।
यहां तीन दशक से झारखंड मुक्ति मोरचा का गढ़ रहा है। 1977 में यहां से पहली बार साइमन मरांडी विधायक बने थे। तब वे निर्दलीय थे। फिर 1980, 1985, 1990, 1995, 2000, 2005, 2009 के चुनाव में या तो साइमन यहां से जीते या उनकी पत्नी सुशीला हांसदा।
मुख्यमंत्री रघुवर दास और पार्टी ने झोंकी थी पूरी ताकत
लिट्टीपाड़ा उपचुनाव में मुख्यमंत्री रघुवर दास और उनके मंत्रिमंडल समेत पार्टी का पूरा कुनबा गांव-गाव जाकर कैंपनंग की थी। लेकिन इस उपचुनाव में वोट फीसदी के साथ जीत यह माना जा रहा है कि यहां के लोग केवल तीर-धनुष को ही पहचानते हैं।