एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। बिहार के नालंदा जिले के हरनौत निवासी सत्तारुढ़ दल जदयू के प्रदेश छात्र युवा महासचिव राकेश कुमार की हत्या एक शादीशुदा महिला से अवैध संबंध को लेकर होने की आशंका सामने हुई है।
हरनौत थाना प्रभारी के हवाले से एक वेबसाइट की खबर है कि राकेश की हत्या दीपक कुमार के घर में की गई थी। राकेश का दीपक की पत्नी से अवैध संबंध था। इसी संबंध को लेकर हत्या की गई है। घटना में हरनौत प्रखंड जदयू प्रवक्ता रौशन कुमार भी शामिल है, जिसका नेम प्लैट उस घर पर लगा था।
वेबसाइट की खबर की पुष्टि के लिये जब हमारे एक्सपर्ट मीडिया न्यूज रिपोर्टर ने हरनौत थाना प्रभारी से सरकारी मोबाईल नंबर (9431822175) पर संपर्क साधने की कोशिश की तो पता चला कि थाना प्रभारी कहीं छापामारी में निकले हुये हैं।
उधर से खुद को छोटा दारोगा बताते हुये बताया गया कि मामला प्रेम प्रसंग का ही लगता है। राकेश का दीपक की पत्नी से अवैध संबंध था। इसी संबंध को लेकर हत्या की गई है। लेकिन अभी क्लीयर नहीं हो सका है।
फिलहाल दीपक समेत सभी आरोपी फरार हैं और पुलिस उसके परिजनों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
बता दें कि नालंदा के हरनौत से लापता छात्र जदयू के प्रदेश महासचिव की लाश मिली है। उनकी निर्मम हत्या कर उनके शव को गड्डे में दफना दिया गया था। पुलिस ने बेना थाना क्षेत्र के अलीपुर में एक खेत से उनकी लाश बरामद की।
शव को देखकर बदमाशों की दरिंदगी का अंदाजा लगाया जा सकता है। उनके शरीर पर रस्सियां बंधी हुई थी। जहिर है कि उनकी निदर्यता से गला काटकर हत्या कर दी गई।
नालंदा के हरनौत प्रखंड के खरूआरा निवासी राकेश कुमार जो कि छात्र जदयू के प्रदेश महासचिव भी है। वे 29 मई से ही लापता थे। उनका मोबाइल भी बंद था। परिजन किसी अनहोनी की आशंका से त्रस्त थे।
छात्र जदयू के प्रदेश महासचिव राकेश कुमार के परिजन की माने तो मंगलवार को वे खरूआरा से निकले थे। लेकिन शाम तक वापस नहीं लौटने पर मोबाइल से सम्पर्क किया गया तो उनका मोबाइल बंद बताया। चूँकि उनका मकान हरनौत में भी है तो वहाँ भी खोज खबर की गई लेकिन वहाँ भी नही मिलें।
अगले दिन भी उनका कुछ पता नहीं चल सका। थक हारकर परिजन ने हरनौत थाना को इसकी सूचना दी। इधर छात्र जदयू के जिलाध्यक्ष समेत कई लोगों ने नालंदा एसपी से अपने नेता की बरामदी की गुहार लगाई थी।
शुक्रवार को भी पुलिस द्वारा उनकी खोज नहीं किए जाने से नाराज लोगों ने हरनौत में नेशनल हाईवे 31 को जाम कर सड़क पर आगजनी कर यातायात पूरी तरह ठप्प कर दिया था। लोग पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए लापता छात्र नेता को बरामद करने की मांग कर रहे थे।
शनिवार को पुलिस ने श्वान दस्ते के साथ उनकी खोज की। खोजबीन के दौरान पुलिस और ग्रामीण भी चौंक गए। पुलिस को एक कुंआ से उनकी चप्पल और खून से सने शर्ट मिला जिससे साफ प्रतीत हो चुका था उनकी हत्या हो चुकी है।
इस दौरान पुलिस ने ग्रामीणों से मिले संकेत के आधार पर एक मकान के कमरे कोभी सील किया। इस कमरे में हुई ताजी रंग-पुताई में छुपे खून के धब्बे भी मिले।
विश्वस्त सूत्रों के अनुसार उस मकान पर जदयू के ही रौशन कुमार, प्रखंड पार्टी प्रवक्ता का बोर्ड लगा था, लेकिन वह घर पार्टी से ही जुड़े दीपक कुमार का है।
जब परिजनों ने थाना में शिकायत की तो स्थानीय थाना पुलिस दीपक को उठा ले गई, लेकिन किसी उपरी पहुंच-पैरवी के दबाव में उसे पीआर बांड भरवा कर थाना से छोड़ दिया गया। जबकि वह भी नामजद अभियुक्त था।
सूत्र बताते हैं कि ग्रामीणों ने उसी घर में दीपक, दिवाकर और मनीष के साथ राकेश कुमार (मृतक) को अंतिम बार देखा था। कुछ लोगों ने चीखने-चिल्लाने की बातें भी सुनी थी।
गांव वालों का साफ कहना था कि उसी घर में राकेश की हत्या की गई। रात में उसकी धुलाई की गई और अहले सुबह उसके भीतर रंग-पुताई कर उसमें धान रख दिया गया। एफएसएल टीम की जांच में भी रंगों में खून के अंश साफ मिले।
इसी आधार पर राकेश के परिजनों ने अपहरण कर हत्या करने की आशंका संबंधित थाना में शिकायत दर्ज कराई थी।
रविवार को पुलिस द्वारा खोजबीन के बाद लापता राकेश कुमार की लाश मिलते ही क्षेत्र में सनसनी फैल गई। इस घटना के बाद लोगों में काफी गुस्सा है। ग्रामीण अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।