“इस घटना से अंधेरे में फ्लैट में रह रहे सत्पथी परिवार में दहशत है। वहीं थाना प्रभारी के निर्देश पर कंपनी प्रबंधन ने फ्लैट के बाहर से दो हाई मास्ट लाईट लगवाया…”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। सरायकेला-खरसावां जिले के गमहरिया थाना से 2 सौ मीटर की दूरी पर है टायो कंपनी। और कम्पनी से सटा हुआ है टायो कालोनी… जिसका किसी जमाने में उद्योग जगत में एकक्षत्र राज हुआ करता था।
इस टायो कम्पनी, जिसके मजदूरों की हर दिन होली और रात दीवाली होती थी। लेकिन आज परिस्थितयां बिल्कुल बदली हुई है। आज कम्पनी बंद.., मजदूर बेरोजगार…, कॉलोनी वीरान… पीएम से सीएम तक मामले में मौन।
2 हज़ार से ज्यादा मजदूर अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ने को विवश। कम्पनी प्रबंधन ने तानाशाह रुख अख्तियार करते हुए धीरे- धीरे मजदूरों को साम-दाम-दंड के बाद अब भय का सहारा लेने का नया तरीका अपनाया है।
जहां फ्लैट संख्या ए-57 के बरामदे एवं सीढ़ी में खून के धब्बे मिलने से सनसनी फैल गई। फ्लैट में रह रही गीता सत्पथी ने गम्हरिया थाना प्रभारी को इसकी सूचना दी।
गम्हरिया थाना प्रभारी जय प्रकाश राणा दलबल के साथ पहुंचे और पूरे मामले की घंटों तफ्तीश की। पुलिस पदाधिकारियों के साथ घंटों टायो कालोनी एवं उसके आसपास चप्पे-चप्पे की खाख छान मारी, लेकिन खून के धब्बों का कोई सुराग नहीं मिला।
वैसे कॉलोनी में कम्पनी प्रबंधन की ओर से बिजली सप्लाई बंद कर दी गई है। उक्त फ्लैट एवं उसके आसपास विद्युत लाईन कटे होने के कारण पुलिस को टार्च के सहारे छानबीन करनी पड़ी। पुलिस ने जांच के लिए खून का नमूना लिया।
गम्हरिया थाना प्रभारी जय प्रकाश राणा ने बताया कि इसमें शायद टायो प्रबंधंन की साजिश लग रही है। उन्होंने आशंका जताई कि कम्पनी प्रबंधन ने सत्पथी दम्पति को डराने के लिए इस तरह का हथकंडा अपनाया है। वैसे पुलिस सभी पहलुओं पर जांच करने का दावा कर रही है।
उन्होंने बताया कि उसके बेटे सुब्रतो सत्पथी टायो रोल्स कंपनी में आईटी अफसर के पद पर कार्यरत थे। दो साल पहले उसे वीआरएस के लिए प्रबंधन दवाब दिया। वीआरएस नहीं लेने के कारण उसे बर्खास्त (टर्मिनेट) कर दिया गया।
यहां तक कि कम्पनी की ओर से सेटलमेंट भी नहीं दिया गया है। जिस कारण बेटे ने उसे आबंटित क्वार्टर हैंड ओवर नहीं किया। इससे गुस्साए कंपनी प्रबंधन ने उसके क्वार्टर की लाईन काट दी। तब से मजबूरन अंधेरे में रहना पड़ रहा है।
बहरहाल, पुलिस जांच के बाद ही मामले पर से पर्दा उठ सकेगा कि आखिर पूरा माजरा आखिर है क्या! लेकिन फिलहाल कॉलोनी के लोगों में भय का माहौल बना हुआ है।