“आजादी बाद का ‘जलियांवाला बाग’ यानि खरसावां शहीद स्थल पर हर साल आज के दिन पूरे कोल्हान से शहीदों को श्रद्धांजलि देने जन सैलाब उमड़ पड़ता है………..”
सरायकेला (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। भले ही आज पूरा देश नया साल मना रहा है, लेकिन सरायकेला, या यूं कहे पूरा कोल्हान खरसावां गोलीकांड के शहीदों को श्रद्धांजलि दे रहा है।
राज्य का हर वीआईपी और वीवीआईपी खरसावां शहीद स्थल के शहीद बेदी पर पहुंचकर अपने पूर्वजों को श्रद्धांजलि देने के बाद नए साल का उत्सव मनाते हैं।
बता दें कि 1 जनवरी, 1948 को सिंहभूम रियासत को उड़ीसा में मिलाने के विरोध में जयपाल सिंह मुंडा के नेतृत्व में एक विशाल जनसभा हो रही थी।
इस दिन यहां हाट भी लगा था, लेकिन तत्कालीन उड़ीसा सरकार ने आंदोलन को रोकने के लिए जनसभा के बीच में ही अंधाधुंध गोलियां चलाने का आदेश दे दिया।
जिसमें न जाने कितने आंदोलनकारी शहीद हुए। आज तक उसका कोई आंकड़ा न तो सरकार जुटा सकी है। न ही कोई सटीक आंकड़ा उपलब्ध हो सका है।
वैसे आज श्रद्धांजलि देने वालों में राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा, सिंहभूम की सांसद गीता कोड़ा सहित कोल्हान के नौ विधायक शहीद स्थल पर जुटे और शहीद बेदी पर मत्था टेका।
इस गमगीन मौके पर सिंहभूम सांसद गीता कोड़ा ने प्रदेश की नई हेमंत सरकार से शहीदों के लिए कानून बनाने की बात कहीं।