सरायकेला (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। जिले के राजनगर प्रखंड अंतर्गत गोविंदपुर पंचायत में 14 वें वित्त आयोग की राशि में बड़े पैमाने पर घोटाला हुआ है।
वैसे घोटाले को दबाने के लिए प्रखंड विकास पदाधिकारी लगातार गलती पर गलती किए जा रहे हैं। सही तथ्य और आंकड़े नहीं दे पा रहे। बीडीओ की मनमानी इस कदर बढ़ चुकी है कि वे न तो प्रशासनिक अधिकारियों की सुनते हैं और ना ही सही रिपोर्ट ही देते हैं।
हद तो ये है कि वे मुखिया के बचाव में खुलेआम मीडिया ब्रीफिंग भी करते हैं, और किसी खास व्यक्ति को साजिशकर्ता तक बता डालते हैं। लेकिन कागज कलम पर बीडीओ अपने ही रिपोर्ट में फंसते चले जा रहे हैं।
ताजा रिपोर्ट के अनुसार बीडीओ ने आरटीआई कार्यकर्ता दिनेश कुमार महतो को, जो सूचनाएं उपलब्ध कराया है, उसके अनुसार उन्होंने 14 जलमीनार की राशि गायत्री इंजीनियरिंग वर्क्स को निर्गत करने का जिक्र किया है। इससे संबंधित बैंक स्टेटमेंट भी उपलब्ध कराया है।
जबकि मुखिया सावित्री मुर्मू द्वारा 11 जलमीनार पूरी होने की लिखित जानकारी बीडीओ को दी गई है। जबकि पूर्व के आरटीआई में 14 वें वित्त आयोग के सभी योजनाओं को पूर्ण किए जाने का जिक्र किया गया है।
आखिर 11 जल मीनार के लिए 14 जल मीनार की राशि कैसे निकासी कर ली गई। वैसे दिनेश कुमार महतो ने जिले के उपायुक्त को पूरे योजनाओं की पुनः जांच कराने संबंधी पत्र लिखा है। श्री महतो ने लोकायुक्त से भी जांच कराए जाने सम्बन्धी पत्र लिखा है।
ऐसे में बड़ा सवाल उठना लाजमि है कि आखिर बीडीओ लगातार अधिकारियों और आरटीआई कार्यकर्ता को क्यों गुमराह कर रहे हैं। मुखिया सावित्री मुर्मू को बचाने में वो क्यों जुटे हुए हैं। अपने स्तर से पूरे मामले की जांच क्यों नहीं करवाई।