पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। बिहार में अब भारत बंद को लेकर सियासत गरमा गई है। भाजपा ने भारत बंद को जहां फेल बताया, वहीं उसके सत्ता सहयोगी जदयू ने कहा मजदूरों की मांग को जायज बताते हुए उस पर विचार करने की जरुरत बताई। वहीं राजद-कांग्रेस ने केंद्र पर कड़ा हमला बोला…..
आज वामदलों से जुड़े ट्रेड यूनियनों ने भारत बंद बुलाया था। इसका बिहार में मिला-जुला असर रहा। कई जगहों पर ट्रेनों के परिचालन को प्रदर्शनकारियों ने बाधित किया। नेशनल हाइवे पर प्रदर्शन किया गया, जबकि कई बैंकों में काम-काज प्रभावित रहा।
बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भारत बंद को फेल बतातो हुए कहा कि इसका कोई असर नहीं हुआ।
उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में कम्युनिस्ट और उसके साथी वामपंथी दल विचारधारा, संगठन और विधायिका में भागीदारी के पैमाने पर लगभग समाप्त हो चुके हैं, इसलिए इनके भारत बंद का कोई असर नहीं हुआ।
उन्होंने ट्वीट कर कहा कि पड़ोसी पश्चिम बंगाल में 34 साल राज करने के बाद भी जो वाम दल उस राज्य में गरीबी-बेरोजगारी दूर नहीं कर पाये, वे मजदूरों को झांसा दे रहे हैं।
वहीं, बीजेपी के राज्यसभा सांसद राकेश कुमार सिन्हा ने कहा कि विपक्ष को देश के विकास से कोई मतलब नहीं है। बेवजह बंद बुलाकर विकास के कार्यों को बाधित किया जाता है।
उधर जदयू के प्रदेश प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि देश में मजदूरों का बड़ा वर्ग है। वे यदि अपनी मांगों को लेकर आंदोलन करते हैं तो उनकी मांगों पर सरकार को विचार करने की जरूरत है।
दूसरी ओर, राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि आज देश की जनता महंगाई-बेरोजगारी से त्राहिमाम कर रही है। विकास का कोई काम नहीं हो रहा है। देश में बेरोजगारी-महंगाई को दूर करने के बजाय लोगों को गलत मुद्दों में उलझाया जा रहा है।
कांग्रेस प्रवक्ता प्रेमचंद मिश्रा ने भी भारत बंद को लेकर केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि देश के लोग काफी संकट से गुजर रहा है। देश के माहौल को साजिश के तहत खराब किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत बंद पूरी तरह सफल रहा।