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    Saturday, April 27, 2024
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      पूना कांड के आरोपी सत्येन्द्र का खुलासा- रंजीत को दिया था होमियोपैथ की दो बूंद दवा

      ” बकौल आरोपी सत्येन्द्र राम के अनुसार गांव के रंजीत रविदास पेट दर्द की शिकायत लेकर दुकान पर आया और दवा मांगा तो ये अपने पास रहे होमियोपैथिक की दवा के दो बूंद पानी में मिलाकर दिया। उसके बाद भी सुधार नहीं हुआ तो सुई दिया गया, लेकिन रंजीत की तबीयत नहीं सुधरी और बाद में उसकी मृत्यु हो गई।”  

      HILSA POLICE WINE CRIME
      हिलसा के डीएसपी प्रवेन्द्र भारती के समक्ष पूना कांड के आरोपी सत्येन्द्र राम उर्फ सत्येन्द्र प्रसाद से पूछताछ करते अनुसंधानकर्ता सह पुलिस निरीक्षक मदन प्रसाद सिंह।

      हिलसा (चन्द्रकांत)। जिस दो बूंद दवा के सेवन से नालंदा जिले के हिलसा थाना के पूनाडीह गांव में रंजीत रविदास की मौत का दावा किया गया, वह होमियोपैथिक दवा थी। करीब एक माह पहले खुद के पेट में दर्द होने पर दवा हिलसा के होमियोपैथिक दुकान से खरीद कर लाया गया था।

      इसका खुलासा बुधवार को पुलिस पदाधिकारी के समक्ष आरोपी सत्येन्द्र राम ने किया। कोर्ट से दो दिन की रिमांड मिलने के बाद मामले के अनुसंधानकर्ता सह हिलसा अंचल के पुलिस निरीक्षक मदन प्रसाद सिंह बुधवार को हिलसा जेल पहुंचे। कागजी प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद आरोपी सत्येन्द्र राम को लेकर हिलसा थाना आए। डीएसपी प्रवेन्द्र भारती के मौजूदगी में मामले के अनुसंधानक कई बिंदुओं पर रुक-रुक कर पूछताछ किए।

      इस दौरान कोर्ट के आदेश के अनुपालन में आरोपी के वकील राजाराम प्रसाद भी मौजूद थे। पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि गांव जीवन-यापन के लिए किराना की दुकान चलाते हैं। उसी दुकान में कुछ जरुरी दवा की भी बिक्री करते हैं।

      गांव के रंजीत रविदास पेट दर्द की शिकायत लेकर दुकान पर आया और दवा मांगा तो ये अपने पास रहे होमियोपैथिक की दवा के दो बूंद पानी में मिलाकर दिया। उसके बाद भी सुधार नहीं हुआ तो सुई दिया गया, लेकिन रंजीत की तबीयत नहीं सुधरी और बाद में उसकी मृत्यु हो गई।

      आरोपी सत्येन्द्र ने पूछताछ में होमियोपैथ दवा के नाम का खुलासा नहीं किया। सिर्फ इतना बताया कि खुद के पेट में दर्द होने पर करीब एक माह पहले दवा हिलसा के होमियोपैथ दुकान से खरीद कर लाया था। रंजीत द्वारा पेट दर्द की शिकायत किए जाने पर वही दवा के दो बूंद दिया गया था। आरोपी जिस दुकान से होमियोपैथिक दवा खरीदे जाने की बात कहा था, पुलिस उस दुकानदार को बुलवा कर नाम जानने की कोशिश की।

      दुकानदार द्वारा आरोपी के ग्राहक होने से इंकार किए जाने पर पुलिस को कोई साक्ष्य हाथ नहीं लगा। काफी पूछताछ के बाद भी कोई खुलसा नहीं किए जाने आरोपी को जेल वापस कर दिया गया।

      मालूम हो कि गत एक जुलाई को पूना गांव निवासी देवन चौहान एवं रंजीत रविदास की मौत महज बारह घंटे के अंदर हो गई। कथित जहरीले शराब के सेवन से दोंनो की मौत की चर्चा हुई तो पुलिस-प्रशासन सकते में आ गई।

      दो में से एक रंजीत रविदास के शव को पुलिस द्वारा बरामद किए जाने बाद परिजनों ने मौत का कारण सत्येन्द्र राम द्वारा दवा के रुप में दिए गए दो बूंद का सेवन करना बताया गया था।

      इसी मामले में आरोपी बने सत्येन्द्र राम से पुलिस पूछताछ कर यह जानने कोशिश की किस दवा के दो बूंद के सेवन से रंजीत की मौत हुई थी।

      12 घंटे में दो की मौत से चर्चा में आया था पूना गांव

      महज 12 घंटे के अंदर दो लोगों की अचानक मौत के बाद हिलसा थानाक्षेत्र का पूना गांव चर्चा में आ गया था। चर्चा की वजह दोंनो की मौत की वजह कथित जहरीली शराब का सेवन किया जाना रहा था। मामले की हकीकत जाने डीएम डॉ त्यागरंजन एसएम तथा एसपी कुमार आशीष दलबल के साथ पूना गांव पहुंचे थे। अधिकारी द्वय न केवल मृतक देवन चौहान और रंजीत रविदास के परिजन बल्कि गांव के कई लोगों से खुले एवं गुप्त रुप से पूछताछ की। इस दौरान यह खुलसा हुआ लंबी बिमारी के कारण देवन की मौत हो गई तथा रंजीत की मौत सत्येन्द्र द्वारा पानी में मिलाकर दिए गए दो बूंद के सेवन से हुआ। मौत का स्पष्ट कारण नहीं पता चलने पर डीएम डॉ त्यागरंजन मामले की छानबीन के लिए पांच सदस्यीय जांच दल का गठन किया था।

      आरोपी की दुकान से बरामद हुई थी अंग्रेजी दवा

      मृतक रंजीत रविदास के परिजनों के ब्यान के आधार पर प्रशासन द्वारा सत्येन्द्र राम के किराना दुकान को खंगाला गया। इस दौरान विभिन्न तरह के अंग्रेजी दवा बरामद हुई। बरामद दवाओं में से कई एक्सपॉयरी और कई नन-एक्सपॉयरी दवा शामिल थी। दवाओं की जांच हिलसा के अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ आरके राजू से कराया गया था।

      दो मामले में अभियुक्त बन चुका है सत्येन्द्र

      पूना कांड को लेकर अचानक चर्चा में आए सत्येन्द्र राम एक साथ दो मामले में नामजद अभियुक्त बन गया। पहला मामला मृतक रंजीत रविदास के भाई संजु रविदास द्वारा दर्ज कराया गया। इस मामले में सत्येन्द्र राम द्वारा दी गई दो बूंद दवा से ही रंजीत की मृत्यु होने का आरोप लगाया गया है। जबकि दूसरा मामला ड्रग इंसपेक्टर द्वारा दर्ज कराया गया। इस मामले में सत्येन्द्र पर अवैध रुप से अंग्रेजी दवा रखने एवं बिक्री करने का आरोप लगाया गया है।

      घटनाक्रम एक नजर में…..

      01 जुलाई, 17- पूनाडीह गांव में जहरीले शराब के सेवन से दो लोगों की मौत की चर्चा। पुलिस पूनाडीह गांव में पहुंचकर मृतक के बारे में पता किया। मृतक रंजीत रविदास के शव को कब्जे में लिया। मृतक देवन चौहान ने दाह-संस्कार कर देने की बात कही। पुलिसिया पूछताछ में जहरीले शराब के सेवन के बजाए दो बूंद दवा के सेवन की बात लोगों ने बताई। आरोपी सत्येन्द्र राम के किराना दुकान की तालाशी में मिली अंग्रजी दवाएं। मामले को गंभीर मान डीएम और एसपी भी पहुंचे पूनाडीह गांव। शराब की जगह दो बूंद दवा के सेवन ने लोगों ने बताई बात। डीएम ने पांच सदस्यीय जांच टीम गठित कर जांच का आदेश दिया। मृतक का हुआ पोस्टमार्टम, मौत का कारण स्पष्ट नहीं कर पाए डॉक्टर। सुरक्षित रखा गया विसरा।
      02 जुलाई, 17- पांच सदस्यीय टीम ने डीएम को भेजी रिपोर्ट, जहरीले दवा के सेवन को बताया मौत का कारण। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए जगह-जगह छापेमारी।
      03 जुलाई, 17- विसरा जांच के लिए कोर्ट से मिली अनुमति। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए आईओ ने कोर्ट में दिया आवेदन।
      05 जुलाई 17- आरोपी सत्येन्द्र राम किया कोर्ट में आत्मसम्र्पण। दो दिनों की रिमांड के लिए आईओ ने दिया कोर्ट में आवेदन।रिमांड के मुद्दे पर चली तीन दिनों तक बहस
      11 जुलाई, 17- कोर्ट ने सशत्र्त पुलिस को रिमांड पर लेने की दी अनुमति।
      12 जुलाई, 17- रिमांड पर लेकर आरोपी से पूछताछ, वापस भेजा गया जेल।

       

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