एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क। बिहार के नालंदा जिले के इसलामपुर पान अनुसंधान केंद्र में अनेक प्रकार के पौधा रोपन कर अनुसंधान किया जा रहा है।
अनुसंधान केंद्र के डॉ. वैज्ञानिक प्रभात कुमार ने बताया कि यहां 40 प्रकार के पौधों पर अनुसंधान किया जा रहा है। जिसमें सात प्रकार की तुलसी का शामिल है। इसमें तुलसी एवी, ओवी, ओएस, शयाम, कपुर, काला आदि तुलसी पौधा है।
उन्होंने बताया कि तुलसी के पत्तों से तेल निकाला जायेगा। इसके लिए मशीन लगाया गया है। इस तेल में औषधीय गुण पाये जाते हैं। इस तेल को गर्म पानी के साथ दो बूंद सेवन करने से मनुष्य को विभिन्न प्रकार की बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ जाती है और चर्म रोग जैसी बीमारी ठीक हो जाती है। इसका उपयोग साबुन सेम्पु आदि में भी होता है।
इसके अलावे एलोवेरा, मेंथा, पामारोजा, लेमनग्रास, अष्टगंध, सफेद मुसली, सतावर, अजवाइन, गुंगुल आदि पौधा पर अनुसंधान चल रहा है।
उन्होंने बताया कि पान किसानों के लिए सरकार की ओर से अनुदान पर नालंदा समेत 17 जिला में शेड नेट दिया जायेगा। जिससे पान किसानो को फसल उपजाने में लाभ मिलेगा। पान का नुकसान कम होगा और मगही पान से तेल निकाला जायेगा। इसका भी तैयारी चल रही है।