” एसपी कुमार आशीष का आदेश है कि जल्द से जल्द इस कांड का अनुसंधान पूरा कर दोषियों को सजा दिलाई जाए। इस कांड के अनुसंधान का जिम्मा बिहार सर्किल के इंस्पेक्टर अशोक कुमार को सौंपा गया है। अनुसंधान के बाद डीएसपी निशित प्रिया इस केस का पूरी तरह गहन जांच करेंगी। डीएसपी का कहना है कि जांच में किसी प्रकार की कोताही नहीं बरती जाएगी। जो भी लोग दोषी पाए जाएंगे ,उनके विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। “
बिहारशरीफ (न्यूज ब्यूरो)। नालंदा जिला मुख्यालय बिहारशरीफ के गगन दीवान मुहल्ले में बिना अनुमति के निकाले गये अमन मार्च के मामले में 83 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है। जबकि 500 से अधिक अज्ञात लोगों पर बिहारशरीफ के अंचलाधिकारी सुनील कुमार वर्मा के द्वारा लहेरी थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। अब तक मामले में गिरफ्तार 36 लोग जेल भेजे जा चुके हैं।
एसपी कुमार आशीष का आदेश है कि जल्द से जल्द इस कांड का अनुसंधान पूरा कर दोषियों को सजा दिलाई जाए।
इस कांड के अनुसंधान का जिम्मा बिहार सर्किल के इंस्पेक्टर अशोक कुमार को सौंपा गया है।
अनुसंधान के बाद डीएसपी निशित प्रिया इस केस का पूरी तरह गहन जांच करेंगी। डीएसपी का कहना है कि जांच में किसी प्रकार की कोताही नहीं बरती जाएगी। जो भी लोग दोषी पाए जाएंगे ,उनके विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। “
इस कांड में पुलिस ने उपद्रवकारियो पर सख्त से सख्त से धाराएं लगाई है, जिसकी जमानत हाई कोर्ट से पहले संभव प्रतीत नहीं होता है। साक्ष्य के आधार पर अगर आरोप सिद्ध हो गए तो 10 वर्षों से नीचे सजा भी नहीं हो सकती है।
इस कांड के नामजद अभियुक्त में सोगरा वक्फ स्टेट के मोतबली एस एम सरफ , सोगरा कॉलेज के प्राचार्य मोहम्मद सगीर रुज्जमा , मोहम्मद रूमी , अखलाक अहमद , जुलूस के नेतृत्वकर्ता मनमोहन , माले नेता पाल बिहारी लाल , सुरेंद्र राम , सत्यदेव का नाम शामिल है ।
अमन के दुश्मनों पर सख्त से सख्त धाराएं लगी
इस मामले कुल आईपीसी की कुल सत्रह धाराएं लगायी गयी है। जिनमे -332 लोक सेवको पर डियूटी के दौरान हमले,इसमें दस वर्ष की सजा का प्रावधान है। 153 A -बलबा करने धार्मिक उन्माद फ़ैलाने-295 A धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचना। 27 आर्म्स एक्ट। लोक संपत्ति विरोपण अधिनियम और विस्फोटक् पदार्थ अधिनियम शामिल है।
पूर्व विधायक ने कहा- अमन मार्च पूरी तरह गैरकानूनी
बिहारशरीफ के पूर्व विधायक नौशादुन नवीं उर्फ़ पप्पू खान ने बगैर इजाजत के निकाली गई अमन मार्च को पूरी तरह गैरकानूनी बताया है।
उन्होंने कहा कि पूर्व से ही इस मार्च के लिए शहर के मस्जिदों में पर्चे बांटे जा रहे थे। यही नहीं इसके लिए मस्जिदों के इमाम से इस मार्च के लिए एलान भी करवाया गया। मस्जिदों के इमाम ने जुलूस की परमिशन की कॉपी देखे बगैर इसका एलान कर दिया, जो लाजमी नहीं था।
उन्होंने कहा कि इस तरह के राजनीति से मस्जिदों मदरसा या फिर तालिमी जगह को जोड़ा नहीं जाना चाहिए। मस्जिदों के इमाम से इन सब मसलों से परहेज करने की गुजारिश की है । उन्होंने बताया कि इसी ऐलान का नतीजा रहा कि भारी संख्या में शहर के कई इलाकों के नौजवान गगन दीवान पहुंच गए और बगैर सोचे-समझे कानून को हाथ में ले लिया।
उन्होंने साफ तौर पर कहा कि इस्लाम जेहाद के नाम पर दंगे-फसाद और कत्ल की इजाजत नहीं देता। आज भारत के कुछ हिस्से बिहार और झारखंड में गौरक्षा के नाम पर जानवर व्यापारियों के ऊपर कहर बरपाया जा रहा हैं , इस पर अंकुश लगाने की जरूरत है।
उन्होंने अमरनाथ यात्रियों पर किए गए हमले की घोर निंदा करते हुए कहा कि आज देश में मुस्लिमों के खिलाफ साजिश रची जा रही है, जो देश को बांटने का काम है ऐसे लोगों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि शहर के अमनपसंद लोगों के साथ रविवार को अंजुमन मृदुल इस्लाम के बैनर तले एक मीटिंग बुलाई गई है ताकि शहर के हिंदू मुस्लिम एकता और भाईचारा और हमारी एकता बनी रहे ।
एसपी कुमार आशीष की तारीफ
पूर्व विधायक ने कहा कि इस हंगामे के बाद भी नालंदा के एसपी कुमार आशीष मिले और उनसे बेगुनाह बुजुर्ग और बच्चों को छोड़ने की गुजारिश की। जिस पर एसपी ने उनकी बातों को गंभीरता पूर्वक लेते हुए 19 वैसे लोगों को छोड़ दिया, जो निर्दोष या फिर बच्चे या बूढ़े थे। इसके लिए पूर्व विधायक ने नालंदा के एसपी कुमार आशीष का शुक्रिया अदा किया है।
साथ ही विधायक ने कहा कि बाद में जो FIR किए गए हैं, उसमें कुछ ऐसे लोगों का नाम आया है, जिनका इस कांड से दूर दूर तक कोई नाता नहीं है। उन्होंने बताया कि 85 वर्षीय अलीमुद्दीन कुरैशी का जो दोनों पांव से लाचार हैं।
उन्होंने कहा कि फिर से एक बार नालंदा के एसपी से मिलकर वैसे लोगों के नाम को हटाने की गुजारिश करेंगे जो लोग इस कांड में नहीं थे ।
जानिये क्या है मामला
बता दें की कल वैगर अनुमति के इंसाफ मार्च द्वारा बिहार शरीफ के गगन दीवान मोहल्ले से अमन मार्च निकाली जा रही जिसे पुलिस ने रोक दिया था। इसी से भड़के लोगो ने पुलिस के ऊपर पथराव शुरू कर दिया । लोगो को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा। इस दौरान उग्र लोगो ने कई वाहनों को क्षतिग्रस्त भी कर दिया।
पुलिस जब लोगो को जब खदेड़ना शुरू किया तो प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के ऊपर फायरिंग शुरू कर दी। जिससे अफरातफरी का माहौल कायम हो गया इस पथराव में कई पुलिस कर्मी और आम लोग जख्मी हो गए थे। मामला इतना बढ़ गया की डीएम, एसपी, आईजी और डी आई जी को भी बिहार शरीफ आना पड़ा।