रांची/जमशेदपुर। इन दिनों समूचे झारखंड प्रदेश में अपराधी प्रवृति के लोग कानू को सरेआम ठेंगा दिखा रहे हैं। अपराधी कहीं अफवाह फैला कर लोगों की जान ले रहे हैं तो कहीं फायरिंग कर घटना को अंजाम दे रहे हैं। बढ़ती घटनाओं व वारदातों से प्रशासन सकते में है और पुलिस लाचार।
शुक्रवार को सरायकेला व जमशेदपुर में हुई वारदात का असर शनिवार को भी देखने को मिल रहा है। आज भी जमशेदपुर में घटना को लेकर बवाल हुआ है। घटना को देखते हुए एडीजी आरके मल्लिक जमशेदपुर में कैंप कर रहे हैं। सरकार की ओर से पूरे घटनाक्रम पर नजर रखी जा रही है। प्रशासन ने लोगों से शांति बनाये रखने की बात कही है लेकिन उसने अभी तक यह स्पष्ट नहीं कर सका है कि किसी भी बच्चे की चोरी या अपहरण हुई है या कि नहीं।
वेशक यहां अपराधियों का मनोबल लगातार बढ़ता जा रहा है। महज 24 घंटे के अंदर 12 लोगों की हत्या ने हर किसी को सोचने पर विवश कर दिया है। सीएम रघुबर दास का गृह क्षेत्र जमशेदपुर की स्थिति तो काफी बिगड़ गयी है। बच्चा चोर की अफवाह में जमशेदपुर व सरायकेला में जहां आठ लोगों की हत्या हो गयी है, वहीं बालू विवाद में झारखंड के ही गढ़वा में चार लोगों की हत्या हुई। दोनों ही घटनाओं ने झारखंड सरकार को झकझोर कर रख दिया है। खासकर बच्चा चोर की अफवाह ने प्रशासन की नींद उड़ा दी है। लोग इसे तालीवानी राज की संज्ञा दे रहे हैं।
राजनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत शोभापुर गांव में बच्चा चोरी के आरोप में उग्र भीड़ ने गुरुवार की सुबह चार लोगों की पीट-पीट कर हत्या कर दी थी। इनमें से तीन लोग हल्दीपोखर के रहनेवाले थे, जबकि एक का उस गांव में ससुराल था। वहीं इसके विरोध में बागबेड़ा में तीन लोगों की हत्या कर दी गयी। राजनगर और बागबेड़ा गांव की इन दो घटनाओं ने पुलिस प्रशासन समेत झारखंड सरकार की नींद उड़ा दी।
इस बाबत जहां राजनगर में कई नामजद व 200 अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है, तो बागबेड़ा थाने में ग्राम प्रधान, मुखिया समेत 17 नामजद और 300 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है। इधर इसी मामले में एक अन्य की भी मौत हो गयी है।
उधर झारखंड में एक अन्य घटना में गढ़वा में बालू विवाद में चार लोगों की हत्या कर दी गयी। बालू विवाद में जहां पीपरी बाकी नदी घाट पर ठेकेदार ने तीन लोगों पिता व दो पुत्रों को गोली से भून डाला, तो विरोध में आक्रोशित लोगों ने ठेकेदार के मुंशी को पीट पीट कर माश्र डाला। हालांकि तब तक ठेकेदार घटना को अंजाम देकर फरार हो गये थे। इतना ही नहीं, लोग इतने आक्रोशित थे कि खनन व ढुलाई कार्य में लगे लगभग दो दर्जन वाहनों में आग लगा दी। इनमें 15 ट्रक, एक बोलेरो, तीन बाइक व दो पोकलेन शामिल हैं। मुख्य हत्या का ओरापी ठेकेदार संजीत सिंह का निजी बॉडीगार्ड सुरेंद्र पाल गिरफ्तार कर लिया गया है।
बहरहाल, घटना के दूसरे दिन भी सरायकेला हत्याकांड को लेकर शनिवार को भी जमशेदपुर गरम है। लोगों ने विरोध में प्रदर्शन किया है। बताया जाता है कि धतकाडीह के पास लोगों ने उग्र प्रर्शन किया है। टायर जलाकर लोग सड़क पर उतर गये हैं। वहीं एक बार झारखंड के रघुवर सरकार के कानून के राज को अपराधियों ने ठेंगा दिखाने का काम किया है। हालांकि जमशेदपुर की घटना को लेकर प्रशासन लगातार लोगों से शांति बनाये रखने की अपील कर रहा है। साथ प्रशासन ने अफवाह फैलानेवालों पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है।