“उस्मान अली अपनी पत्नी को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में पिछले एक साल से जेल में बंद था……”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज डेस्क। सरायकेला जेल के बंदी उस्मान अली (31) की संदिग्ध परिस्थिति में जेल से एमजीएम अस्पताल लाने पर मौत हो गई। उस्मान पश्चिम बंगाल के बहालदा का निवासी था।
एमजीएम अस्पताल आए परिजनों ने जेल प्रबंधन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया और मौत के कारणों को संदिग्ध बताते हुए जांच की मांग को लेकर खूब हंगामा किया।
कहा जाता है कि अपने वार्ड में अचानक वह उल्टी करने लगा, जिसके बाद उसे जेल अस्पताल में लाया गया। वहां इलाज कराने के बाद उसे सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां से जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल रेफर कर दिया गया।
एमजीएम में रात के 12.35 बजे उसे लाया गया। परिजनों को रात 1.05 बजे जानकारी दी गयी। यहां सुबह तीन बजे उसकी मौत हुई।
हालांकि, उस्मान के भाई मो. कलाम अली का कहना है कि एमजीएम अस्पताल के आईसीयू में मौजूद नर्सों ने बताया कि उस्मान अस्पताल मृत अवस्था में लाया गया था।
उधर मंडल कारा अधीक्षक हिमानी प्रिया का कहना है कि तस्लीम को खुजली की बीमारी थी और दो दिनों से बुखार था। जेल के डॉक्टर नियमित तौर पर दिन में तीन बार जांच कर रहे थे। अचानक तबीयत खराब होने पर पहले सदर फिर एमजीएम रेफर किया गया। एमजीएम में सुबह बंदी की मृत्यु हो गई।