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    Monday, April 29, 2024
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      गौरीशंकर हत्याकांड का हुआ खुलासा- महज 50 हजार की सुपारी लेकर मारा

      “हत्या का सौदा महज पचास रुपये में तय हुआ था। हत्या के लिए गुड्डू उर्फ राजेश कुमार ने सेटर और लाईनर का काम किया था। जबकि मुख्य आरोपी मैनू उर्फ शैलेन्द्र सिंह डोनेशन के रुप में रुपये दिए थे।”

      हिलसा (चन्द्रकांत)। नालंदा जिले के करायपरसुराय थाना क्षेत्र निवासी किसान गौरीशंकर सिंह की हत्या मामले में बनाए गए आरोपियों ने नहीं, बल्कि भाड़े के अपराधियों ने हत्या की थी।

      hilsa crime1 इसका खुलासा पुलिसिया पूछताछ में रिमांड पर लिए गए आरोपियों ने किया। डीएसपी प्रवेन्द्र भारती ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि मामले की सच्चाई लाने के लिए एसपी सुधीर कुमार पोरिका विशेष दिशा-निर्देश दिए थे। निर्देशों के अनुपालन के लिए तकनीकी और वैज्ञानिक अनुसंधान का सहारा लिया।

      इसी के तहत मामले के आरोपी मैनू उर्फ शैलेन्द्र सिंह, सुरेन्द्र सिंह एवं गुड्डू उर्फ राजेश कुमार को रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई। उन्होंने बताया कि पूछताछ के क्रम में आरापियों ने अनुसंधानकर्ता रत्न किशोर झा द्वारा इक्कठा किए गए साक्ष्य की पुष्टि की। आरोपी मैनू उर्फ शैलेन्द्र सिंह तथा गुड्डू उर्फ राजेश कुमार ने अपनी संलिप्तता स्वीकार की।

      आरोपी मैनू उर्फ शैलेन्द्र सिंह ने पुलिस के समक्ष कबूला कि जमीन को लेकर लगभग एक साल से गौरीशंकर सिंह से विवाद चल रहा था, जिसके कारण उसकी हत्या के लिए पचास हजार रुपये दिए थे।

      आरोपी गुड्डू उर्फ राजेश कुमार ने पुलिस को बताया कि गौरीशंकर सिंह की हत्या के लिए पटना जिला के एक अपराधी से पचास हजार रुपये में सौदा तय हुआ था। उस अपराधी को तय राशि दिए जाने के बाद हिलसा बुलाकर गौरीशंकर सिंह को पहचनवाया गया।

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      पहचान कराने के बाद एक बाईक पर सवार तीनों अपराधी गौरीशंकर सिंह के पीछे लगा रहा और घर लौटते वक्त लोहंडा के निकट गोली मारकर हत्या करने के बाद पटना की ओर भाग गया।

      डीएसपी ने बताया हत्या का ब्लू प्रिंट आरोपी गुड्डू उर्फ राजेश कुमार ने ही तैयार किया था। अपराधी और मैनू उर्फ शैलेन्द्र सिंह के बीच बातचीत कर तय रकम का भुगतान करवाया था।

      इस कार्य के लिए आरोपी गुड्डू उर्फ राजेश कुमार मोबाईल का एक नया सिम लिया था, जिसे हत्या हो जाने के बाद फेंक दिया और खुद को बचने के लिए करायपरशुराय इलाके जाकर घूमने लगा ताकि किसी को कोई शक नहीं हो पाए।

      उन्होंने बताया कि अबतक के अनुसंधान में आए तथ्यों से स्पष्ट हो गया कि गौरीशंकर सिंह की हत्या में मैनू उर्फ शैलेन्द्र सिंह तथा गुड्डू उर्फ राजेश कुमार मुख्य भूमिका रही है।

      हिलसा से घर लौटते वक्त हुई गौरीशंकर की हत्या

      मूलत: करायपरशुराय थाना के मुखदुमपुर गांव निवासी किसान गौरीशंकर सिंह गुरुवार को मोटरसाईकिल से घर लौट रहे थे। तभी लोहंडा के निकट तीन अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।

      इस मामले में मृतक गौरीशंकर सिंह के पुत्र मनोज कुमार के फर्द ब्यान के आधार पर मैनू उर्फ शैलेन्द्र सिंह, गुड्डू उर्फ राजेश कुमार एवं सुरेन्द्र सिंह के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की गई थी।

      इस मामले में नामजद अभियुक्तों में से गुड्डू उर्फ राजेश कुमार एवं सुरेन्द्र सिंह पिछले सोमवार को कोर्ट में आत्मसर्पण किया, जबकि मुख्य आरोपी मैनू उर्फ शैलेन्द्र सिंह मंगलवार को कोर्ट में आत्मसर्पण किया।

      राज उगलवाने में ज्यादा नहीं करनी पड़ी मशक्कत

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      रिमांड के दौरान आरोपियों से राज उगलवाने में पुलिस को ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ी।

      डीएसपी प्रवेन्द्र भारती ने बताया कि आरोपी मैनू उर्फ शैलेन्द्र सिंह, गुड्डू उर्फ राजेश कुमार तथा सुरेन्द्र सिंह से पूछताछ के लिए कई तरह के सवाल पहले से तैयार कर लिए गए थे।

      पूछताछ के दौरान आरोपी हर सवालों का जबाब सीधे तौर पर दिया। आरोपियों के जबाब और तकनीकी व वैज्ञानिक अनुसंधान में आए तथ्यों में कोई भिन्नता नहीं पाई गई।

      एक बीघा सोलह कठ्ठा जमीन को लेकर शुरु हुआ था विवाद

      महज एक बीघा सोलह कठ्ठा जमीन को लेकर शुरु हुए विवाद के कारण ही किसान गौरीशंकर सिंह को जान गवांनी पड़ी।

      मृतक गौरीशंकर के पुत्र मनोज कुमार ने बताया कि आरोपी मैनू उर्फ शैलेन्द्र सिंह की भौजाई रेखा सिंहा अपने हिस्से की जमीन अपनी बेटी की शादी में एक बीघा सोलह कठ्ठा जमीन कुंदन के हाथों बेच दी।

      जमीन के खरीददार कुंदन उनका कोई रिश्तेदार नहीं बल्कि उनके पिता के दोस्त का लड़का है, इसलिए उनके पिता कुंदन के पक्ष में थे। कुंदन का पक्ष लेना ही विवाद का सबसे बड़ा कारण बना और पिता को जान गवांनी पड़ी।

      तरुण यादव ने की किसान गौरीशंकर की हत्या, अभी जेल में है बंद

      डीएसपी प्रवेन्द्र भारती ने किसान गौरीशंकर सिंह की हत्या के मामले में अपराधी तरुण यादव को कांट्रैक्ट किलर के रुप में बताया है।

      मीडिया को जारी प्रेस विज्ञप्ति में डीएसपी ने इसका खुलासा करते हुए बताया कि तरुण यादव मूलत: पटना जिले धनरुआ थानाक्षेत्र के चकजोहरा गांव का रहने वाला है। उसी ने अपने सहयोगियों के मदद से किसान गौरीशंकर सिंह की हत्या की।

      प्रेस विज्ञप्ति में यह भी बताया गया है कि कांट्रैक्ट किलर तरुण यादव को पटना जिला पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। फिलवक्त जेल में बंद तरुण यादव को इस कांड में रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।

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