गिरियक, नालंदा (निसार)। बिहार के पूर्व मुख्य मंत्री जीतन राम मांझी महादलित अजय मांझी की हुई हत्या के मातम पोसी को लेकर गिरियक थाना क्षेत्र के स्व अजय की पत्नी मिंटू देवी से मिलने महमदपुर महादलित टोला पहुंचे ।
बता दें कि बालू उठाव को लेकर हुयी विवाद को लेकर आठ जून को अजय मांझी की गोली मरकर हत्या कर दी गयी थी । इस हत्या के मातम पोसी पर बिहार के पूर्व मुख्य मंत्री जीतन राम मांझी शनिवार को अपराहन स्व अजय मांझी के घर पहुंचे और हत्या सम्बंधित विस्तृत जानकारी महादलित टोले के लोगों से प्राप्त किये । साथ ही इस पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए मृतक की पत्नी एवं बच्चों के न्याय दिलाने का आश्वासन दिया ।
पूर्व मुख्य मंत्री जीतन राम मांझी जैसे ही महादलित स्व अजय मांझी की पत्नी मिंटू देवी से हाल चाल लेना चाहा, तभी वे फफक फफक कर रोने लगी और रोने के दौरान ही अपनी दुखद भरी व्यथा सुनाने लगी। उस पर मांझी भी भावुक हो उठे और उसे हर संभव न्याय दिलाने एवं आर्थिक सहायता के लिये सरकार से बात करने का आश्वासन दिए ।
उन्होंने कहा कि हत्यारा किसी भी सूरत में बच नहीं सकेगा । श्री मांझी ने हत्या के कारणों को विस्तार से जाना और मौजूद पुलिस अधिकारियों को न्याय उचित कार्रवाई करने की बात कही ।
इस मौके महादलित समाज के लोगों ने श्री मांझी को महादलित टोला में व्याप्त विकास की कमियों को गिनाया जिसमें पेय जल, उच्च शिक्षा के लिए विद्द्यालय, सामुदायिक भवन, शौचालय आदि समस्याओं को पूरा करने की मांग की ।
मृतका के पत्नी मिंटू देवी को पारिवारिक लाभ के तहत 20 हजार एवं कबीर अंत्येष्टि के लिए तीन हजार मात्र दिया गया है । इस बात को सुनकर मांझी काफी दुःखी नजर आये।
हत्या से पूर्व इसी घर में रहते थे स्व अजय मांझी अपने परिवार के साथ
गिरियक थाना क्षेत्र के महमदपुर मुसहरी टोला में स्व अजय मांझी का घर है जहाँ आठ जून 2017 से पूर्व अपने परिवार के साथ ख़ुशी खुशी रह रहा था और मजदूरी कर अपने बाल बच्चों का भरण पोषण कर रहा था । कौन जानता था की आठ जून की रात स्व अजय मांझी के लिए आखरी रात होगी ।
रोज की तरह गुरूवार आठ जून को स्व अजय अपने परिवार के साथ घर पर खाना के बाद घर से बालू उठाव करने के मजदूरी कमाने को निकल पड़ा था । लेकिन वह वापस घर नहीं लौट सका । पूरी रात पत्नी पति के इन्तेजार में गुजार दिया ।
सुबह होते ही अजय की लाश पंचाने नदी के समीप देखकर आग की तरह हत्या का खबर पुरे इलाके में फ़ैल गयी। इसके बाद सारा गाँव शोक में डूब गया और इस बात कि खबर स्थानीय प्रशासन को दी गयी ।
घटना के बाद पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और तफ्तीश में जुट गयी । हालांकि पुलिस ने अब तक इस घटना से सम्बंधित हत्या के तीन आरोपियों को जेल भेज चुकी तब से आज मृतक अजय मांझी के विधवा पत्नी मिंटू देवी इस टूटे हुए फूटे मकान में भय के साये में रह रही है।
बता दें की मृतक की पत्नी मिंटू देवी का मात्र एक पति ही सहारा था जो वह भी छीन गया । आज विधवा अपने चार छोटे छोटे बच्चे के जीवन यापन को लेकर परेशान हाल में दिख रही है।