गिरिडीह (आसिफ अंसारी)। जिले के सरिया प्रखंड के बड़की लुतियानो गाँव के ग्रामीणों को वन विभाग द्वारा गाँव को खाली करने से संबंधित जारी नोटिस के विरोध में ग्रामीण एकजुट हुए। वहीं पूर्व विधायक विनोद कुमार सिंह के नेतृत्व में कार्यक्रम आयोजित किया गया।
स्थिति से रूबरू कराते हुए ग्रामीणों ने कहा कि बीते चार पीढ़ी से उनके पूर्वज इस गांव में मकान बनाकर खेती बाड़ी करते हुए अपना जीवन यापन कर रहे हैं। लगभग दो सौ वर्षों से आबाद इस गाँव के चारों ओर वन विभाग द्वारा कई बार वन रोपण कार्यक्रम किया गया। उस वक़्त विभाग द्वारा ट्रेंच काटकर गाँव को वन भूमि से अलग कर दिया गया था। परंतु कुछ दिनों पूर्व वन प्रमंडल पदाधिकारी हज़ारीबाग़ पूर्वी द्वारा लुतियानो गाँव के 24 व्यक्तियों को नोटिस जारी किया गया।
जिसके तहत कहा गया है कि बी पी एल इ वाद संख्या 40 /16 के आलोक में अतिक्रमित वन भूमि से अतिक्रमण स्वयं हटा लें। अन्यथा 2 दिनों के अंदर धारा 7 के तहत अतिक्रमण हटाया दिया जाएगा। वहीं इस प्रक्रिया में व्यय की गई समस्त राशि उस व्यक्ति से वसूली जाएगी। नोटिस प्राप्त होते ही ग्रामीणों में दहशत है। आखिर चार पीढ़ी के बाद अब लोग भूमिहीन और बे घर होकर कहां जाएं ? ग्रामीणों ने निर्णय लिया अगले 20 जून को वन परिक्षेत्र कार्यालय सरिया का घेराव किया जाएगा।
इस संबंध में पूर्व विधायक विनोद कुमार सिंह ने कहा कि मोदी सरकार जनता को सुविधाएं उपलब्ध कराने के बजाए उन्हें भवन व भूमि से बेदखल कर रही है। पट्टा दिए जाने के बजाए ग्रामीणों को नोटिस दिया जा रहा है। बगैर कोई जांच के सरकार जनता पर जुल्म ढा रही है। इसका वे पुरजोर विरोध करते हैं। उन्होंने विभागीय अधिकारियों से पुनः जांच की मांग की है। अन्यथा लुतियानो गाँव के साथ सरिया प्रखंड के तमाम ग्रामीण खड़े होंगे।
वहीं झारखंड मजदूर किसान समिति के केंद्रीय सचिव परमेस्वर महतो ने कहा कि झारखंड की सरकार ग्रामीणों पर जुल्म ढा रही है। अन्याय वर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सौ सालों से वन विभाग के लोग कहां थे जिस समय ग्रामीण झोपड़ी लगाकर रहते थे। आज जब लोग रहने लायक मकान बना लिए सरकार उन्हें भगाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने लोगों को गोलबंद होकर आंदोलन करने को कहा।
जबकि वन क्षेत्र पदाधिकारी राम पूजन सिंह ने दूरभाष पर कहा कि डी एफ़ ओ कोर्ट में लिए गए फैसले के अनुसार अतिक्रमण हटाने की बात कही गई है। न्यायलय द्वारा जांच किये जाने पर ग्रामीण द्वारा यह प्रमाणित नहीं किया जा सका कि वे तीन पीढ़ी से उक्त गाँव में राह रहे हैं।
मौके पर परमेस्वर महतो ,महेंद्र मंडल,नकुल मंडल,राम लखन महतो,राजू साव, महादेव मांझी, छोटी मंडल उर्मिला देवी, मनुवर अंसारी ,गीता देवी, करनी देवी समेत दर्जनों ग्रामीण उपस्थित थे।