“नगर निगम की सियासत में कथित किंग मेकर माने जाने वाले इंजीनियर सुनील के नहीं रहने के कारण इस सम्मान समारोह में इतना विलंब किया गया………….”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क (दीपक विश्वकर्मा)। बिहार शरीफ नगर निगम के कई सियासतदार आज एक मंच पर मौजूद रहेंगे। सोहसराय के पाम गार्डन में मंत्री ,विधायक ,पूर्व विधायक, पूर्व विधान पार्षद और विधान पार्षद सहित सत्ताधारी दल के कई नेताओं का जमावड़ा होगा। इसमें न केवल सत्ताधारी सियासतदारो का, बल्कि नई डिप्टी मेयर शर्मीली परवीन और मेयर वीणा कुमारी का अभिनंदन किया जाएगा।
दरअसल बीते 24 जुलाई को डिप्टी मेयर का चुनाव संपन्न हुआ चुनाव का परिणाम आने के पहले ही पूर्व विधायक इंजीनियर सुनील दिल्ली रवाना हो गए थे। दिल्ली से लौटने के बाद वे कुछ दिन पटना में रुके और आज प्रातः ही बिहारशरीफ पहुंचे हैं।
उनके पहुंचते ही बिहार शरीफ नगर निगम के वार्ड पार्षद और मेयर और डिप्टी मेयर में खुशी की लहर दौड़ पड़ी और लोगों ने आज ही शाम में सम्मान समारोह रख दिया।
खैर छोड़िए सम्मान समारोह तो महीनों चला करता है या कोई बड़ी बात नहीं है। बड़ी बात तो यह है कि फूल कुमारी को सत्ता से बेदखल करने के लिए इन लोगों ने जो ताना-बाना बुना था, वह बिल्कुल फिट बैठा।
हालांकि शंकर कुमार अपनी पत्नी की कुर्सी बचाने के लिए अथक प्रयास किया मगर उन्हें सफलता नहीं मिली। इस राजनैतिक दांव पेंच में मेयर की भी गिराकर बचा ली गयी।
इससे यह स्पष्ट हो गया है कि इस बार भी नगर निगम के सियासत में इंजीनियर सुनील का ही सिक्का चला। इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि बिहार के मंत्री श्रवण कुमार ,पूर्व विधान पार्षद राजू यादव ने मेहनत नहीं की है।
उक्त सभी लोगों का शर्मीली परवीन को इस कुर्सी पर बिठाने में अहम रोल रहा। रात दिन मेहनत की गई। जिसका परिणाम भी सामने आया। एक शख्स पर्दे के पीछे से काम करता रहा।
मैनेजमेंट के माहिर खिलाड़ी रूमी खान, हालांकि उन्हें सियासत से कोई मतलब नहीं था, लेकिन नदीम जफर से पारिवारिक रिश्ता रहने के कारण उन्होंने इस पूरे प्रकरण में अपना रोल बखूबी निभाया। शायद आज वे भी इस सम्मान समारोह में दिखें।