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    Wednesday, May 1, 2024
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      डीजीपी की रडारः वसूली करते धराए दारोगा समेत 4 गए जेल, थानेदार सस्पेंड

      एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क। बिहार डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय के कड़े निर्देश के बाद एएसपी हरिमोहन शुक्ला के नेतृत्व में कटिहार पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पोठिया ओपी क्षेत्र के एसएच-77 पर नरहैया पेट्रोल पंप के पास वाहन चालकों से अवैध वसूली करते एक दारोगा समेत चार लोगों को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया।

      उधर इस कार्रवाई के बाद गिरफ्तारी के डर से पोठिया ओपी अध्यक्ष फरार हो गये। अवैध वसूली के आरोप में ओपी अध्यक्ष अमजद अली व एएसआई संजीव कुमार पासवान को एसपी विकास कुमार ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।

      bihar police cruption action 2खबर है कि डीजीपी स्तर से सूचना मिली थी कि पोठिया ओपी अध्यक्ष अन्य पुलिस पदाधिकारियों व स्थानीय दलालों के सहयोग से सुबह चार से नौ बजे तक एसएच पर अवैध वसूली करते हैं।

      इसके बाद एएसपी हरिमोहन शुक्ला के नेतृत्व में टीम गठित की गई। इसके बाद टीम ने पोठिया ओपी के एएसआई और चार दलालों को गिरफ्तार कर लिया। इन लोगों के पास से एक वाहन भी जब्त किया गया है, जिस पर पुलिस का स्टीकर चिपका है।

      मामले में पोठिया ओपी अध्यक्ष अमजद अली, एएसआई संजीव कुमार पासवान, पुलिस जीप का निजी चालक अनिल यादव उर्फ रबिंद्र यादव, पुलिस के साथ दलाली करने वाले पोठिया के सुमित कुमार पटेल, श्रवण कुमार व नवल कुमार के खिलाफ पोठिया ओपी में विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया है।

      अवैध वसूली करते रंगेहाथ गिरफ्तार किये गये पोठिया ओपी के एएसआई संजीव कुमार पासवान और उसके सहयोगी अनिल यादव उर्फ रबिंद्र यादव, सुमित कुमार पटेल, श्रवण कुमार को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

      आरोपियों के पास से अवैध वसूली का दो हजार रुपये व पुलिस स्टीकर लगा प्राइवेट गाड़ी को भी जब्त किया गया है। दर्ज केस के आरोपी पोठिया ओपी अध्यक्ष अमजद और बाहरी युवक नवल कुमार फरार हैं।

      कहा जाता है कि कई महीनों से पोठिया ओपी क्षेत्र के हाईवे से गुजरने वाले वाहनों के चालक अवैध वसूली से परेशान थे। डीजीपी के निर्देश पर अवैध वसूली करने वाले पोठिया ओपी अध्यक्ष व एएसआई एवं उनके दलालों पर हुई कार्रवाई से ट्रक चालकों में खुशी का माहौल है।

      ट्रक चालकों के अनुसार एन एच 31 हो या स्टेट हाईवे 77 जब कभी ट्रक चालक उस रास्ते से जाते थे तो इस बात से डरे रहते थे कि कहीं पोठिया पुलिस की नजर न पड़ जाय। क्योंकि पोठिया ओपी क्षेत्र से गुजरने के मतलब था कि रूकिये और दक्षिणा दीजिए। फिर अपने वाहनों को ले जाईए।

      इसकी शिकायत उन्होंने एसपी से नहीं किया था। सोशल मीडिया पर डीजीपी के अपील पर उन लोगों को पुलिस के खिलाफ शिकायत करने का हिम्मत मिली।

      फिर उन लोगों वीडियो के साथ पैसे लेने की शिकायत डीजीपी से की थी। स्थानीय पुलिस पदाधिकारी भी क्या करते उनके पास पोठिया ओपी अध्यक्ष एवं उनके दलालों के गलत कारनामों का कोई साक्ष्य हाथ नहीं लग पाता था। इस बार पुलिस ने कार्रवाई कर दिखा दिया कि साक्ष्य प्रस्तुत होने पर वह किसी को नहीं छोड़ती है। .

      स्थानीय लोगों के अनुसार वैसे तो 24 घंटे अवैध वसूली का काम कुछ पुलिस पदाधिकारियों के सह पर दलालों द्वारा किया जाता है। लेकिन मुख्य समय एनएच 31 एवं स्टेट हाईवे 77 पर सुबह चार बजे से सुबह 11 बजे ही तय रहता था। इस समय पोठिया ओपी के पुलिस पदाधिकारी नेतृत्व में अवैध वसुली होती थी।bihar police cruption action1

      डीजीपी को अज्ञात वाहनों के चालकों व अन्य लोगों ने सूचना दिया था कि पोठिया ओपी अध्यक्ष के नेतृत्व में कई पुलिस पदाधिकारी एवं ओपी पर आने जाने वाले कुछ दलाल प्रवृति के लोग स्टेट हाईवे पर अवैध रूप से ट्रक चालकों से कभी ओवर लोडिंग के नाम पर तो कभी बिना किसी कारण से पैसा लिया जाता है। संबंधित पुलिस कर्मी द्वारा दो से दस हजार रुपये तक वसूली किया जाता था।

       स्टेट हाईवे 77 पर आने जाने वाले वाहनों के चालकों से अवैध वसूली के खिलाफ कार्रवाई करने एएसपी हरिमोहन शुक्ला अपने टीम के साथ सादे लिवास में पहुंचे थे।

      सुबह के पांच बजे सिविल ड्रेस में पहुंचे एएसपी ने अपनी गाड़ी को पेट्रोल पंप से दूर ही लगा दिया। टीम में शामिल एसपी के विशेष टीम सादे लिवास में कुर्सेला और पोठिया की दिशा में चले गये। इस समय कुर्सेला की ओर से आई एक बालू लदा ट्रक को कुछ युवकों ने रोका।

      इसी बीच पुलिस का सिंबल लगा एक निजी गाड़ी से उतरकर एएसआई संजीव कुमार पासवान ने जैसे ही ट्रक चालक से दो हजार रुपये लिया कि एएसपी ने कमर से पिस्टल निकालकर उसे पकड़ लिया। पकड़े जाने की भनक लगते ही आसपास खड़े चार दलाल भी भागने लगे।

      इस बीच एएसपी के साथ पहुंची टीम ने चारों ओर से घेर कर तीन तथाकथित दलालों को पकड़ लिया। जिसमें पोठिया ओपी के जीप का निजी चालक भी था। हालांकि इस क्रम में एक तथाकथित दलाल नवल किशोर खेत में लगे फसल व घने जंगल का फायदा उठाकर भाग गया।

      इसके बाद दलाल नवल किशोर यादव, श्रवण राय, सुमित कुमार पटेल, पोठिया ओपी पुलिस के जीप के निजी चालक अनिल यादव उर्फ रबिंद्र यादव एवं एएसआई संजीव कुमार पासवान को रंगे हाथ पैसे वसूली करने के आरोप में गिरफ्तार कर कुर्सेला थाना की हाजत में बंद कर दिया गया।

      पोठिया ओपी क्षेत्र के स्टेट हाईवे 77 नरहैया पेट्रोल पंप के पास सुबह एएसपी द्वारा कार्रवाई करने के बाद सुबह साढ़े नौ बजे एसपी विकास कुमार कुर्सेला थाना पहुंचे। उनके साथ सदर एसडीपीओ अनिल कुमार व अन्य पुलिस बल भी पहुंचे। उन्होंने एएसपी से कार्रवाई की पूरी जानकारी लिया।

      एसपी की उपस्थिति में वाहन चालकों से अवैध वसूली करते रंगे हाथ गिरफ्तार एएसआई संजीव कुमार पासवान सहित अन्य आरोपियों के खिलाफ एफआईआर तैयार किया गया है।

      एसपी एवं डीएसपी के अलावा एएसपी हरिमोहन शुक्ला इंस्पेक्टर प्रदीप प्रवीण, कुर्सेला थानाध्यक्ष सदाबुल हक आदि करीब साढ़े चार घंटे तक थाना में डटे रहे। इस क्रम में थाना के आसपास पर्याप्त संख्या में बंदुक धारी सुरक्षा बलों को भी तैनात किया गया था।

      एक पुलिस पदाधिकारी ने बताया कि क्या बताएं अपने ही विभाग के एएसआई और ओपी अध्यक्ष द्वारा अवैध वसूली करने के मामले का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने उनके खिलाफ कार्रवाई की है। जब तक एसपी, एएसपी कुर्सेला थाना में बने रहे तब तक थाना के आसपास गहमागहमी का माहौल रहा। कुर्सेला के हर कोई इस बात को जानने के लिए बेताब लग रहे थे कि आखिर कौन और क्यों पकड़े गये हैं।

      जब लोगों को यह पता चला कि पोठिया ओपी के एएसआई व अवैध वसुलने करने में शामिल तीन दलाल पकड़ाया है तो उन लोगों के चेहरे पर खुशी व राहत दिखने लगा।

      लोगों का कहना है कि एनएच 31 एवं स्टेट हाईवे 77 पर निजी गाड़ी पर पुलिस का सेंबल लगाकर पोठिया ओपी के कुछ पुलिस कर्मी अन्य लोगों के सहयोग से अवैध वसूली करते हैं। इसके लिए तीन जीप रखे हैं। दो जीप पुलिस का निजी है और एक निजी जीप जिस पर पुलिस का केवल सेंबल लगा रहता है। वाहन चालक करे तो क्या करे उसे तो हर दिन इस सड़कों से गुजरना होता है। इसलिए अवैध वसूली के शिकार होते रहते हैं।   

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