“इन दिनों नवादा जिले के वारसलीगंज, पकरीवरावां व काशीचक थाना क्षेत्र के कई गांव तथा शेखपुरा जिला के शेखोपुर थाना क्षेत्र व बरबिगहा थाना क्षेत्र के साथ सैकड़ों गाँव में साइबर ठगी का धंधा कुटीर उद्योग का रूप ले लिया है। नालन्दा जिला के कतरीसराय थाना क्षेत्र साइबर ठगी के धंधेबाजों का गढ़ माना जाता है…”
कतरीसराय (एस.भारती)। मंगलवार को गुप्त सूचना के आधार पर स्थानीय पुलिस के थानाध्यक्ष अमरेश कुमार के नेतृत्व में कतरीसराय पुलिस ने मायापुर मुसहरी से दो साइबर ठग को खदेड़ कर दबोचा।
हालांकि दोनों ठगों को पकड़ने के क्रम में पुलिस बल के साथ साइबर ठगों ने हाथापाई भी की। साइबर ठगों के अपाचे मोटरसाइकल की डिक्की से 60 नापतौल एजेंसी का ऑडरसीट व दो मोबाइल फोन भी बरामद किया गया।
इस गिरफ्तारी की सूचना पाकर नलंदा एसपी नीलेश कुमार के द्वारा पूछताछ के बाद ठगों के निसानदेही पर सुमन स्टूडियो में छापेमारी की गई। हालांकि उक्त स्टुडियो से एसपी को किसी प्रकार का कोई आपत्तिजनक दस्तावेज नहीं मिले।
लेकिन ठगों की मानें तो उसके अनुसार कोई बिपीन नामक युवक के द्वारा सुमन स्टूडियो के लैपटॉप या मोबाइल पर ऑडरसीट भेजा जाता था तथा फोन पर सूचना देकर वहाँ से ऑडरसीट उपलब्ध कराने की बात सामने आई है। फिलहाल वहाँ से ठगी के मामला का कोई दस्तावेज नहीं उपलब्ध होने की पुष्टि हुई है।
पकड़े गए दोनो साइवर ठगों की पहचान नवादा जिले के वारिसलिगंज थाना क्षेत्र के भवानी विगहा गाँव निवासी सुरेन्द्र प्रसाद के पुत्र मिथिलेश कुमार और चन्देश्वर प्रसाद के पुत्र चन्दन कुमार के रुप में हुई है।
छापेमारी दल में एएसआई बिजय कुमार सिंह व एएसआई पंकज कुमार सहित पुलिस बल साथ थे।