“बीडीओ अंजन दत्ता ने कहा कि इस घटना की सूचना जिलाधिकारी को दे दी गयी है। ड्यूटी में लापरवाही बरतने वालों को बर्ख़ास्त किया जाएगा।”
बिहारशरीफ (राजीव रंजन)। रविवार की सुबह नालंदा जिले के मानपुर थाना क्षेत्र के तेतरावां गांव में अतिरिक्त प्राथमिक स्वथ्य केंद्र में नवजात शिशु की मौत हो गई। गांव के ही बिजेन्द्र यादव की पत्नी साबो देवी को प्रसव के लिए उनके परिजनों ने भर्ती कराया था।
इस घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने अस्पताल की लचर व्यवस्था को लेकर नारेबाजी करने लगे। ग्रामीणों ने बताया कि इस अस्पताल में सभी सुविधा मौजूद है। बावजूद इसके यहां के प्रभारी ने इसकी व्यवस्था लचर बना दी है।
ग्रामीणों ने अस्पताल प्रशासन के विरोध में जमकर नारेबाजी की तथा अस्पताल में तोड़-फोड़ भी की। घटना की सूचना मिलते ही मानपुर थानाध्यक्ष अमरेश कुमार सिंह मौके पर पहुंचकर लोगों को समझा-बुझाकर मामले को शांत किया।
बीडीओ से की शिकायत
बीडीओ अंजन दत्ता को देखते हीं ग्रामीण महिलाओं ने उनके पास शिकायत लेकर पहुंची। महिलाओं ने अस्पताल अव्यवस्था को लेकर शोर करने लगी। महिलाओं ने मुआवजे की मांग के साथ यहां कार्यरत चिकित्सक व अन्य कर्मियों को बर्खास्त करने की भी मांग करने की।
उन्होंने कहा कि मुआवजे के तौर पर बीस हजार की राशि प्रदान की जाएगी। उन्होंने ग्रामीणों को भरोषा दिलाया कि जल्द ही यहाँ डॉक्टर सहित अन्य सुविधाओं को सुचारू रूप से चालू कर दिया जाएगा।
पीड़िता साबो देवी के ससुर ने बताया कि रात में यह कहकर उन्हें रोका गया था कि दिक्कत होने पर डॉक्टर को फोन कर बुला दिया जाएगा। किन्तु यहाँ के कर्मी इन बातों से मुकर रहे है।
पहले भी हो चूका है कई घटनाएं
करीब दो साल से अधिक समय से तेतरावां का अस्पताल चौबीसों घण्टे चालु हो चूका है। यहां प्रसव केंद खोला गया है, किन्तु सुविधा के नाम पर खाली कमरा है।
ऐसे में कई प्रसूति को परेशानी का सामना करना पड़ता है। कई बार तो शहर जाने के क्रम में रास्ते में ही प्रसव हो जाता है और कई बार प्रसूति को जान भी गंवानी पड़ती है।