“शुक्रवार की देर शाम करीब दस बजे देवरिया गांव से एक आदमी ने नालंदा एसपी को फोन किया कि रात को ट्रक से कार्टून उतारा जाता है। एक छोटी से गुमटी में ट्रक का माल कैसे समा जाता है, यह पता नहीं चलता है। पूछने पर ग्रामीणों को मुंह बंद करने की धमकी दी जाती है।”
बिहारशरीफ (संवाददाता)। शराब के धंधेबाजों के तिकड़म देखकर आम आदमी क्या पुलिस भी हैरान रह जाती है। ऐसा ही शुक्रवार की रात बेन थाना क्षेत्र के देवरिया गांव में हुआ। सुनसान दालान में बनी एक गुमटी खाली पड़ी थी। जब उसका फर्श तोड़ा गया तो उसमें एक तहखाना मिला। और तहखाने में मिली 82 कार्टन शराब। अवैध धंधे में इस शराब की कीमत फिलहाल 10 से 12 लाख रुपये के बीच है।
इस गोरखधंधे का भंडाफोड़ असल में स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा ही किया गया। एक ग्रामीण ने एसपी को फोन कर पुलिस को सारी सूचना दी। एसपी सुधीर कुमार पोरिका ने शनिवार को दीपनगर थाना में प्रेस कांफ्रेंस कर इसकी जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि सूचना मिलते ही दीपनगर थानाध्यक्ष राहुल कुमार, बेन के प्रभारी थानाध्यक्ष प्रमोद कामत के नेतृत्व में टीम ने विकास कुमार उर्फ कारू के दालान में छापेमारी की। वहां लोहे की शटर लगी एक गुमटी थी। शटर तोड़ने पर गुमटी को खाली देखकर पुलिस का माथा घूम गया। काफी जांच के बाद गुमटी के फर्श में एक दरवाजा नजर आया। दरवाजा तोड़ने पर गड्ढे में छुपाकर रखा गया शराब का जखीरा बरामद हुआ। 82 कार्टन में रखे 984 बोतलों से 738 लीटर शराब मिली।
इसके अलावा पुलिस ने एक मारुती कार भी जब्त की है। साथ ही धंधेबाज विकास के पिता जवाहर प्रसाद को भी गिरफ्तार किया गया है। विकास की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
एसपी ने बताया कि हरियाणा से ट्रकों में भरकर शराब लायी जाती थी। रात के अंधेर में शराब को उतारा जाता था। फिर उसे मारुती से जिलेभर में सप्लाई किया जाता था।