“यहां लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में पढ़े लिखे प्रत्याशियों का टोटा है। कुल 82 उम्मीदवारों में सिर्फ 40 उम्मीदवार स्नातक है। जबकि नौ केवल साक्षर। 31 उम्मीदवार ने पांचवी से आठवीं तक की शिक्षा प्राप्त की है। नौ उम्मीदवार केवल साक्षर हैं….”
पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क ब्यूरो)। बिहार में 17 वीं लोकसभा चुनाव के लिए तीसरे चरण के मतदान का शोर आज शाम पांच बजे थम गया है।
बिहार के जिन पांच लोकसभा क्षेत्रों 23 अप्रैल को मतदान होना है, वे निर्वाचन क्षेत्र हैं झंझारपुर, सुपौल, अररिया, मधेपुरा तथा खगड़िया। इन पांच लोकसभा चुनाव मैदान में खड़े 35 प्रतिशत प्रत्याशियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं।
तीसरे चरण में विभिन्न दलों एवं निर्दलीय सहित कुल 82 प्रत्याशी मैदान में हैं। इनमें 30 फीसदी के खिलाफ तो गंभीर आपराधिक मामले दर्ज बताएँ जाते है।
बिहार इलेक्शन वॉच एवं एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (एडीआर) की ताजा रिपोर्ट में यह बात सामने आई है।
रिपोर्ट के अनुसार 82 में 29 प्रत्याशियों के खिलाफ आपराधिक मामले तो 25 के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। प्रत्याशियों ने नामांकन के दौरान शपथ पत्र में खुद ही इसकी जानकारी दी है।
विकासशील इंसान पार्टी के मुकेश सहनी के पास सर्वाधिक 11 करोड़ 96 लाख 99 हजार 803 रुपये की चल-अचल संपत्ति है। वहीं कांग्रेस की रंजीत रंजन 11 करोड़ 95 लाख 43 हजार 561 रुपये की संपत्ति की मालकिन हैं।
राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव भी 11 करोड़ 95 लाख से अधिक की चल-अचल संपत्ति के मालिक हैं। रंजीत रंजन एवं पप्पू यादव दोनों पति-पत्नी हैं।
जबकि तीसरे चरण में चुनाव मैदान में खड़े 29 प्रत्याशी कर्जदार बताएं जाते हैं। जिनमें कांग्रेस की रंजीत रंजन तथा उनके पति पप्पू यादव भी शामिल हैं।
यहां तक कि कुल 82 प्रत्याशियों में 21 उम्मीदवारों ने अपना पैन नंबर की जानकारी नही दी है। वहीं, मात्र 29 प्रत्याशियों ने अपने आयकर विवरणी का ब्योरा पेश किया है। वहीं, तीसरे चरण के उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 1.82 करोड़ रुपये है।
रिपोर्ट के अनुसार तीसरे चरण के कुल 82 उम्मीदवारों में 34 फीसदी यानी 28 करोड़पति हैं। इनकी संपत्ति एक करोड़ रुपये से ज्यादा है। इनमें राजद व जदयू के सभी तीन-तीन प्रत्याशी भी शामिल हैं।
इनके अतिरिक्त बसपा के चार में एक, लोजपा, जन अधिकार पार्टी (लो), कांग्रेस के एक-एक प्रत्याशी भी करोड़पति हैं। सबसे कम 50 हजार की संपत्ति अररिया के निर्दलीय प्रत्याशी रामानंद के पास है।
बिहार में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में पढ़े लिखे प्रत्याशियों का टोटा है। कुल 82 उम्मीदवारों में सिर्फ 40 उम्मीदवार स्नातक है। जबकि नौ केवल साक्षर। 31 उम्मीदवार ने पांचवी से आठवीं तक की शिक्षा प्राप्त की है। नौ उम्मीदवार केवल साक्षर हैं।
इस चरण में मात्र पांच महिला उम्मीदवार चुनाव मैदान में है जो कि कुल प्रत्याशियों का मात्र छह फीसदी है।