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    Saturday, April 27, 2024
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      नालंदा इंजीनियरिंग कॉलेज के 5 स्टूडेंटस् पर गिरी अनुशासन की गाज

      कॉलेज प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई के तहत एक छात्र को एक साल के लिए कॉलेज से निष्कासित कर दिया गया है। दो छात्र को हॉस्टल खाली करने का आदेश दिया गया है। जबकि दो छत्राएँ को वार्निंग देकर छोड़ दिया गया।”

      एक्सपर्ट मीडिया न्यूज।  नालंदा इंजीनियरिंग कॉलेज चंडी प्रशासन ने 5 छात्रों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की है। यह कार्रवाई पिछले महीने फ्रेशर पार्टी के दौरान शिक्षकों के साथ बदसुलूकी व दुर्व्यवहार करने के आरोप के मामले में की गई है।

      नालंदा इनिजिनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल सीबी महतो ने बताया किके अनुसार पिछले माह 4 मई को छात्र-छात्राओं द्वारा फ्रेशर पार्टी का आयोजन किया था। इस पार्टी को लेकर इस पर नजर रखने के लिए कॉलेज के प्रो राजेश बैठा, प्रो राजेश कुमार, प्रो सोनू कुमार, प्रो गरिमा यादव को अधिकृत किया गया था।

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      फ्रेशर पार्टी निर्धारित समय से ज्यादा समय तक होने पर कॉलेज के शिक्षक इसे बंद कराने पहुँचे थे। उसी दौरान कॉलेज के सीएस ब्रांच के छात्र प्रभात कुमार सुमन ने कॉलेज के शिक्षक प्रो राजेश बैठा के साथ दुर्व्यवहार करते हुए गाली गलौज किया उसके बाद उनका मोबाइल छीन लिया था।

      इतना ही नहीं छात्रो ने प्रोफेसर को नौकरी से निलंबन करने की बात भी कही।  छात्रों ने अन्य शिक्षक राजेश कुमार, सोनू कुमार तथा प्रो गरिमा यादव के साथ भी बदतमीजी से पेश आया। जिसको लेकर उक्त शिक्षकों ने प्राचार्य तथा अनुशासनात्मक कमिटी के समक्ष मामले को रखा था।

      बाद में जांच के दौरान शिक्षकों के साथ दुर्व्यवहार करने के आरोप में सीएस बैच के प्रभात कुमार सुमन को दोषी मानते हुए एक साल के लिए कॉलेज से निष्कासित कर दिया गया है।

      साथ ही अर्थदंड के तौर पर 25 हजार रूपये का जुर्माना लगाया है। इसके अलावा ईई ब्रांच के मिथिलेश प्रकाश को तुरंत छात्रावास खाली करने का आदेश देते हुए पांच हजार रूपये का जुर्माना लगाया गया है।

      इसी ब्रांच के गुलशन पटेल को भी हॉस्टल से निकाल दिया गया है। वहीं सीएस ब्रांच की आरती वर्मा तथा ईई ब्रांच के करिश्मा कुमारी को सख्त चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है। उक्त सभी 2016 बैच के चौथे सेमेस्टर के छात्र हैं ।

      प्राचार्य सीबी महतो ने बताया कि तीन छात्रों पर कारवाई की गई है। वह तीनों छात्र साइन्स एंड टेक्नोलॉजी  विभाग के निदेशक के पास अपील कर सकते है। उस अपील में जो छात्र के प्रति निर्णय लिया जाएगा वह निर्णय मान्य होगा।

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