“इनके पास से ISI एवं अन्य आतंकी संगठनों के पोस्टर, तीन मोबाइल फोन, एक मेमोरी कार्ड, दो फ़र्ज़ी भारतीय मतदाता पहचान पत्र, एक फ़र्ज़ी पैन कार्ड, नई दिल्ली से हावड़ा एवं गया से पटना का रेल टिकट तथा कोलकाता से गया का महारानी एक्सप्रेस का बस टिकट बरामद किया है….”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज (दीपक कुमार)। पटना रेलवे जंक्शन के समीप स्थित मदनी मुसाफिरखाना के समीप आतंकी संगठन के दो कथित आतंकियों को बिहार एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है।
इन आतंकियों के छिपे होने की खबर लंबे समय से आ रही थी। पीएम मोदी की संकल्प रैली के दौरान भी संदिग्धों के पकड़े जाने की खबर आई थी।
हालांकि, तब पुलिस मुख्यालय ने जांच के बाद पकड़े गए संदिग्धों के आतंकी होने से इन्कार किया था। इस बीच एसटीएफ ने दो आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया है।
24 मार्च को एसटीएफ को सूचना मिली थी कि दो बांग्लादेशी युवक पटना जंक्शन के समीप स्थित मदनी मुसाफिरखाना के समीप घूम रहे हैं। इसके बाद तत्काल छापेमारी करते हुए दोनों संदिग्धों को हिरासत में ले लिया गया।
एसटीएफ के अनुसार पकड़े गए दोनों बांग्लादेशी युवक प्रतिबंधित आतंकी संगठन जमीयत-उल-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश एवं इस्लामिक स्टेट बांग्लादेश के सदस्य हैं।
बांग्लादेश के झनौदा अंतर्गत महेशपुर थाना इलाके के चपतल्ला गांव निवासी खैरुल मंडल और अबु सुल्तान बगैर किसी वैध दस्तावेज के ही भारत में घुसे थे। गौरतलब है कि दोनो ने भारत का फ़र्ज़ी पहचान पत्र भी बना रखा था।
एसटीएफ को जानकारी मिली है कि ये दोनों आतंकी कोलकाता, केरल, दिल्ली और बिहार के पतन तथा गया शहर में घूमकर मुस्लिम युवकों को संगठन में शामिल करने और बौद्ध धार्मिक स्थलों पर आतंकी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे।
पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ है कि दोनों युवक सीरिया जाकर ISI के साथ मिलकर जिहाद में शामिल होना चाहते थे।
पकड़े गए आतंकियों का कनेक्शन पुलवामा हमले से भी जुड़ा है। क्योंकि इनके पास से पुलवामा हमले के बाद जम्मू कश्मीर में अर्धसैनिक बलों की प्रतिनियुक्ति से संबंधित आदेशों के दस्तावेज भी मिले हैं।
एसटीएफ ने इनके पास से ISI एवं अन्य आतंकी संगठनों के पोस्टर, तीन मोबाइल फोन, एक मेमोरी कार्ड, दो फ़र्ज़ी भारतीय मतदाता पहचान पत्र, एक फ़र्ज़ी पैन कार्ड, नई दिल्ली से हावड़ा एवं गया से पटना का रेल टिकट तथा कोलकाता से गया का महारानी एक्सप्रेस का बस टिकट बरामद किया है।