” किसी भी जुलूस के लिए जिन जिन शर्तों पर अनुज्ञप्ति ली जाती है। उसका अनुपालन जरूरी है। आगे भी अगर किसी संगठन द्वारा अनुज्ञप्ति में दिए गए शर्तों का पालन नहीं किया जाएगा तो उनके विरुद्ध भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
अनुमंडल पदाधिकारी सुधीर कुमार ने बताया कि जुलूस के लिए ली गई अनुज्ञप्ति में लाठी डंडे का प्रयोग नहीं करना था। वैगर अनुमति के जुलूस में लाठी डंडे का प्रयोग किया गया। जुलुस में जिन जिन नारों का प्रयोग नहीं करना था उन नारों का भी प्रयोग किया गया साथ ही ध्वनि विस्तारक यंत्रों का भी प्रयोग किया गया एवम उस पर भी वैसे नारे नारे लगाए गये जो प्रतिबंधित था।
बता दें कि 15 जुलाई को बिहार शरीफ के श्रम कल्याण केंद्र से बाबा मनीराम लंगोट जुलुस निकाली गयी थी जिसमे हजारो की संख्या में बजरंग दल के अलावे कई हिन्दू संगठन के कार्यकर्ता और जिले वासियो ने हिस्सा लिया था।