” मिटटी का दीवार से दब कर एक 8 वर्षीय बालक जख्मी हो गया था। उसे इलाज के लिए पीएचसी लाया। जहाँ चिकित्सको ने पटना रेफर कर दिया लेकिन, घायल को ले जाने के लिये एम्बुलेंस मुहैया नही कराया गया। जिसे बालक की मौत हो गयी। उसके बाद लोगो में गुस्सा फुट पड़ा।”
नालंदा (न्यूज ब्यूरो)। भले ही राज्य सरकार लोगो को बेहतर स्वास्थ्य सेवा देने का दावा कर रही हो मगर मुख्य मंत्री नीतीश कुमार के गृह क्षेत्र नालंदा में ही स्वास्थ्य सेवा चरमरा गयी है।
करायपरशुराय स्वस्थ्य केंद्र पर उस समय मौत पर बबाल खड़ा हो गया, जब जख्मी बच्चे को पीएमसीएच ले जाने के लिये एम्बुलेंस नही उपलब्ध कराने के कारन उसने दम तोड़ दिया।
मौत से आक्रोशत ग्रामीणों ने करायपरसुराय अस्पताल में जमकर किया हंगामा करते हुए ना सिर्फ तोड़फोड़ किया बल्कि, स्वास्थ्यकर्मियों के साथ मारपीट भी किया। जिससे इलाके में अफ्रतारी का माहौल कायम हो गया।
आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क भी जाम कर प्रदर्शन किया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को शांत करवाने की कोशिश की, मगर वे लोग शांत नहीं हुए। फिलहाल मौके पर पुलिस कैम्प कर रही है।
बता दें कि आज मिटटी का दीवार से दब कर करायपरसुराय थाना क्षेत्र के कुड़ी पोखर मोहल्ले में 8 वर्षीय बालक प्यूस कुमार जख्मी हो गया था। जिसे इलाज के लिए पीएचसी लाया। जहाँ चिकित्सको ने पटना रेफर कर दिया लेकिन, घायल को ले जाने के लिये एम्बुलेंस मुहैया नही कराया गया। जिसे बालक की मौत हो गयी।
उसके बाद लोगो में गुस्सा फुट पड़ा। एम्बुलेंस के आभाव में दो दिन पूर्व भी इसी अस्पताल में एक नबजात ने दम तोड़ दिया था।