“पंचायत क्षेत्र में बसावटों/गांवों में सीसीटीवी कैमरे का अधिष्ठापन किया जाएगा, जिसका नियंत्रण कक्ष ग्राम पंचायत कार्यालय होगा…
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज डेस्क। बिहार सरकार ने केंद्र सरकार के निर्देश पर 15 वें वित्त आयोग की अनुशंसा पर टाइड और अनटाइड मद से होने वाले कार्यां की मागदर्शिका को जारी कर दिया है।
पंचायती राज के अपर मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने संशोधित गाइड लाइन जारी कर कहा है कि पूर्व में 16 जून 2020 को 15 वें वित्त आयोग के टाइड और अनटाइड फंड के उपयोग को लेकर गाइड लाइन जारी किया गया था।
दो मार्च 2021 को भारत सरकार के पंचायती राज मंत्रालय में राज्य सरकार द्वारा पावर प्वाईंट प्रजेंटेशन क माध्यम से राज्य की जरूरतों के मुताबिक गाइड लाइन में संशोधन का प्रस्ताव दिया गया था, जिसे केंद्र सरकार ने स्वीकार कर लिया है।
पंचायत क्षेत्र में बसावटों में सीसीटीवी कैमरे का अधिष्ठापन किया जा सकता है, जिसका नियंत्रण कक्ष ग्राम पंचायत कार्यालय में रखा जा सकता है। स्वीकृत योजनाओं में अनटाइड फंड से खेल के मौदानों का विकास, बाल उद्यानों का विकास भी कराया जा सकता है। राज्य सरकार द्वारा मूलभूत सेवाओं के उन्नयन हेतु प्रस्तावित अन्य गतिविधियां भी ली जा सकती है।
राज्य में तालाब घाटों का बड़े पैमाने पर उपयोग हो रहा है। इस योजना के तहत तालाबों में घाटों का का निर्माण कार्य भी संशोधित गाइड लाइन के अनुरूप 15वें वित्त आयोग की अनुशंसा पर मिलने वाली राशि से कराया जा सकता है।
इसके अतिरिक्त इस घटक से जल जमाव प्रबंधन से संबंधित गतिविधियां यथा नाली निर्माण, गली का पक्कीकरण का कार्य लिया जा सकता है। इस राशि से ग्राम पंचायत क्षेत्र में सडक़ों का निर्माण भी कराया जा सकता है।
इसके अतिरिक्त टाइड घटक में स्वच्छता अभियान एवं खुले में शौच से मुक्त स्थिति को बनाये रखने हेतु गतिविधियां ली जा सकती है, जिसमें सामुदायिक शौचालय का निर्माण किया जा सकता है।
जिलाधिकारियों एवं उप विकास आयुक्तों को जारी संशोधित गाइड लाइन में कहा गया है कि 15वें वित्त आयोग की राशि से 29 घटकों का काम कराया जा सकता है।
राज्य सरकार को अगले पांच वित्तीय वर्ष में 15वें वित्त आयोग की अनुशंसा पर दो लाख 36 हजार 805 करोड़ मिलना है।
इसमें चालू वित्तीय वर्ष में राज्य को आयोग की अनुशंसा पर 44901 करोड़, 2022-23 में 46513 करोड़, वित्तीय वर्ष 2023-24 में 47018 करोड़, वित्तीय वर्ष 2024-25 में 49800 करोड़ तथा वित्तीय वर्ष 2025-26 में 48573 करोड़ प्राप्त होगा।
इसमें टाइड फंड की राशि में 60 प्रतिशत राशि पेयजल आपूर्ति, रैनवाटर हार्वेस्टिंग और स्वच्छता पर तथा 40 प्रतिशत राशि खर्च होगा।
इसके अतिरिक्त राज्य को 70051 करोड़ मिलेगा। अनटाइड फंड की राशि से स्वास्थ्य, पोषाहार और शिक्षा पर खर्च किया जायेगा।