गोड्डा (नागमणि)। महिलाओं को ‘सुरक्षित जीवन’ देने को लेकर भारतीय संविधान के तहत विशेषाधिकार प्राप्त है। अधिकारों का सही इस्तेमाल समाज की बेटियों और महिलाओं के लिए ‘कवच’ का काम करती है। वहीं अधिकारों के बेजाया इस्तेमाल से कई दफा परिणाम घातक नज़र आते हैं। शायद यही वजह है कि अब भारत में पुरुष आयोग की स्थापना को लेकर सुर तेज़ होने लगे हैं।
झारखंड प्रदेश के गोड्डा जिले में आज ऐसी ही तस्वीर देखने को मिली। जहां गांधी मैदान में पुरुष आयोग की मांग को लेकर कुछ युवकों को ‘अनोखा प्रदर्शन’ करते देखा गया।
आईपीसी की धारा 498 रद्द करने की मांग को लेकर महिला प्रताड़ित युवकों द्वारा पुतला दहन का कार्यक्रम आयोजित किया गया।
मौके पर खुद को महिला प्रताड़ना का शिकार बताते हुए परित्राण फाउंडेशन के प्रदीप विद्यार्थी ने विरोध स्वरूप मुंडन भी कराया।