“आज कल बिहार में आम जन की सेवा के लिये भले ही विभागीय तौर पर वाहनों का टोटा हो, लेकिन उसके नीजि उपयोग धड़ल्ले से हो रही है। अगर इसका व्यापक नजारा देखनी हो तो राजगीर मलमास मेला में बखूबी देख सकते हैं”।
बिहारशरीफ (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। पुलिस विभाग हमेशा सरकारी संसाधनों की कमी का रोना रोते रहती है। थानाध्यक्षों की हालत तो ऐसे सामने आती है कि उन्हें पीड़ित से ही बिना वसूली किये कोई कामकाज ही न चले। लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और होती है। नीजि हितों में सरकारी संसाधनों का व्यापक पैमाने पर दुरुपयोग किया जाता है।
एक ऐसी ही तस्वीर राजगीर मलमास मेला में नवादा जिले के हिसुआ थाना से जुड़ा देखने को मिला। वहां की सरकारी वाहन (BR-27E/5066) पर एक भरा-पूरा परिवार मेला में सर्वत्र चहलकदमी करने देखा गया।
इस बाबत हमारे एक्सपर्ट मीडिया न्यूज रिपोर्टर ने हिसुआ थाना प्रभारी से जानकारी चाही तो उन्होंने पहले स्पष्ट तौर पर कहा कि उक्त नंबर की वाहन पेट्रोलिंग कर रही है, राजगीर मलमास मेला में होने का सबाल ही नहीं उठता।
लेकिन जब हमारे रिपोर्टर ने कहा कि अभी वह सरकारी वाहन पर सवार एक परिवार मलमास मेला में चहलकदमी कर रहा है तो पलटकर झुंझुलाते हुये कहा, “अभी हमारी गाड़ी पेट्रोलिंग में है और हमारा परिवार अभी राजगीर मेला में ड्यूटी करती है भाई। ई काउन सा गलत हुआ भाई। अपना नीजि काम में सरकारी गाड़ी का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं क्या। ऐसा तो नियम नहीं है भाई। ड्यूटी करने जाती है, उसे लाने चली जाती है राजगीर।”
पहले कुछ और चंद सेकेंड बाद कुछ बताने की बाबत थाना प्रभारी ने हमारे रिपोर्टर से कहा कि पहले जो कहा, “वह भी सही है और अब जो कह रहा हूं, वह भी सही है। इसमें दिक्कत क्या है। पेट्रोलिंग में भी है और राजगीर में भी है। एसे कीजियेगा तो सब कामे गड़बड़ा जायेगा जी..बात करते हैं”।
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज डेस्क की ओर से इस मामले की जानकारी देने पर नवादा एसपी हरि प्रसाद ने कहा कि किसी दुसरे जिले में सरकारी पुलिस वाहन का इस्तेमाल इस तरह से नहीं किया जा सकता। अगर ऐसा हुआ है तो इसकी वे अपने स्तर से जांच करा कर समुचित कार्रवाई करेगें।