राजगीर (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। प्रतिबंधित अजातशत्रु किला मैदान प्रक्षेत्र में जेसीबी से हो रहा यूं शौचालय निर्माण शीर्षक से एक्सपर्ट मीडिया न्यूज साइट पर खबर प्रसारित होते हीं खोदे गये उन गहरे गड्ढों को भर दिया गया है।
लेकिन भारतीय पुरातत्व एवं संरक्षण विभाग की भूमि के साथ छेड़छाड़ करने-कराने वालों के खिलाफ कहीं से कोई कार्रवाई की गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है। इस मामले में जिला-अनुमंडल प्रशासन उतना ही लापरवाह बनी हुई है, जितना कि पुरातत्व विभाग के रहनुमा उदासीन।
“सबसे बड़ी बात कि नालंदा के शीर्ष जिम्मेवार अधिकारी भी ऐसे मामलों के उजागर होने पर उल्टे नाक-भौं टेढ़ा करते दिखते हैं और वे इस जबरिया प्रयास में जुट जाते हैं, जिससे मामला दब जाये और कोई उसे उजागर करने की हिमाकत न करे।”
पढिये पूरी खबर, जो प्रतिबंधित अजातशत्रु किला मैदान प्रक्षेत्र में जेसीबी से हो रहा यूं शौचालय निर्माण शीर्षक से पहले प्रकाशित हुई थी…….
प्रतिबंधित अजातशत्रु किला मैदान प्रक्षेत्र में जेसीबी से हो रहा यूं शौचालय निर्माण
“नालंदा जिले के अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थल राजगीर स्थित भारतीय पुरातत्व एवं सर्वेक्षण विभाग की अनमोल धरोहर अजातशत्रु किला मैदान प्रक्षेत्र में हल्की छेड़-छाड़ के बाद बिहार के सीएम नीतिश कुमार के सरकारी ‘राजगीर महोत्सव’ कार्यक्रम को ऐन मौके पर रद्द कर दिया गया था और आनन-फानन में सारे कार्यक्रम के स्थान बदलने पड़े थे, वहां अब जिला प्रशासन की स्वीकृति से जेसीबी से बड़े-बड़े गढ्ढे खोद युद्ध स्तर पर सार्वजनिक शौचालय बनाये जा रहे हैं।”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। नालंदा जिला शहरी विकास अभिकरण केकार्यपालक अभियंता कार्यालय द्वारा गढ़ महादेव राजगीर के पास 04 सीट का शौचालय निर्माण कार्य, सिद्धार्थ होटल राजगीर के नजदीक 04 सीट का शौचालय निर्माण, राजगीर विरायतन मोड़ पुल के पास 04 सीट का शौचालय निर्माण, राजगीर बर्मिज टेंपल के नजदीक 04 सीट का शौचालय निर्माण, राजगीर किला मैदान रोड के पास पश्चिम तरफ 04 सीट का शौचालय निर्माण के टेंडर निकाले गये थे। इन सभी योजनाओं के अलग-अलग 4,49,100 रुपये की समान प्राक्कलन राशि तय है।
इन सभी योजनाओं के टेंडर लॉटरी के जरिये फाईनल किये गये। संयोगवश स्थानीय किसी इच्छुक संवेदक के नसीब में एक भी टेंडर नहीं आये और सारे टेंडर राजगीर के बाहर के लोगों हाथ लगे।
बहरहाल, सबाल उठता है कि प्रतिबंधित क्षेत्र में शौचालय निर्माण स्थल के चयन सरकारी महकमे के किस स्तर पर किये गये हैं। इसका जबाब किसी के पास है। न किसी अधिकारी के पास और न ही किसी संवेदक के पास। सब एक दुसरे के पाले मामला फेंकते नजर आ रहे हैं।
हालांकि, विश्वस्त सूत्र बताते हैं कि राजगीर में जहां-जहां सार्वजनिक शौचालय सरकारी से स्तर से बनाये जा रहे हैं, उसका स्थल चयन जिलाधिकारी ने किया है। इस बाबत जब उनसे संपर्क स्थापित करने का हरसंभव प्रयास किया गया, लेकिन उनकी सरकारी मोबाईल की घंटिया दिन भर सिर्फ घनघनाती ही रही।
बीते दिन जब संबंधित संवेदक जेसीबी मशीन से प्रतिबंधित क्षेत्र में गढ्ढे खोदे जा रहे थे, उस समय कई स्थानीय लोगों ने इस बाबत जानकारी चाही तो कोई भी संवेदक या जेसीबी मशीन चालक कुछ भी बता नहीं सके और फोटो लेते देख भाग खड़े हुये।
इस संबंध में भारतीय पुरातत्व एवं सर्वेक्षण विभाग के महानिदेशक उषा शर्मा ने एक्सपर्ट मीडिया से कहा कि भारतीय पुरातत्व विभाग द्वारा पूर्णतः संरक्षित राजगीर अजातशत्रु किला मैदान प्रक्षेत्र में इस तरह के कार्य हुये हैं या हो रहे हैं तो यह बेहद गंभीर मामला है। वे अपने स्तर से इसकी त्वरित जांच करायेगें। अगर मामला सही निकला तो दोषियों के खिलाफ भारतीय पुरातत्व संरक्षण कानून के तहत कड़ी कार्रवाई की जायेगी।
बता दें कि नालंदा जिला प्रशासन द्वारा बिना विभागीय अनुमति के अजातशत्रु किला मैदान क्षेत्र में राजगीर महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। उस दौरान निर्धारित मानकों की धज्जियां उड़ाते उड़ाते हुये वहां कई कार्य किये गये।
तब इस मामले को भारतीय पुरातत्व विभाग ने काफी गंभीरता से लिया और मजबूरन जिला प्रशासन को अपने सारे कार्यक्रम रद्द कर दूसरे स्थानों पर आयोजित करने पड़े। जिससे करोड़ों रुपये की राशि पानी की तरह बह गये। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अद्घाटनकर्ता सीएम नीतिश कुमार थे।