“आज दोपहर बाद दोनों पक्ष आमने-सामने हुए तो एक बार फिर हाथापाई हो गयी। लोगों के बीच-बचाव से मामला भले ही शांत हो गया, लेकिन स्थिति ठीक नहीं है……”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज (धर्मेंद्र कुमार)। नालंदा जिले के हिलसा नगर परिषद की हालत इन दिनों काफी खराब दिख रही है। यहां हर रोज कुछ न कुछ बवाल जरुर हो रहा है। हाल के दिनों में हुए विवाद में थाना में दो एफआईआर दर्ज हो चुका है।
दो पक्षों के बीच शक्ति प्रदर्शन को लेकर चल रहे इस विवाद में बुरी तरह से पीसा रहे हैं सफाई मजदूर। शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने का बोझ उठाने वाले सफाई मजदूरों को तीन माह से फूटी-कौड़ी भी नहीं मिली।
सफाई मजदूरों को लेकर दिसम्बर से शुरु हुआ विवाद शनिवार को तब गहरा गया, जब नगर मुख्य पार्षद के प्रतिनिधि डॉ विश्वनाथ एवं टैक्स कलेक्टर शिव कुमार के बीच कहा-सुनी हो गई।
इस कहा सुनी के संबंध में शिव कुमार द्वारा थाने में एफआईआर दर्ज करायी गयी तो दूसरी एफआईआर नगर परिषद के वाहन चालक शाहिद द्वारा दर्ज करायी गयी।
शिव कुमार के एफआईआर में नगर मुख्य पार्षद के प्रतिनिधि डॉ विश्वनाथ तथा अन्य को अभियुक्त बनाया गया। जबकि मो. शाहिद ने टैक्स कलेक्टर शिव कुमार को अभियुक्त बना दिया।
मंगलवार को सीसीटीवी का डीवीआर एक मुददा बन गया। नगर मुख्य पार्षद के प्रतिनिधि डॉ विश्वनाथ का आरोप है कि डीवीआर को एक साजिश के तहत गायब करवाया गया।
जबकि टैक्स कलेक्टर शिव कुमार का कहना है छेड़छाड़ करने के भय से डीबीआर को सुरक्षित रखा गया जिसकी जानकारी पुलिस को है। इसी मुद्दे को लेकर कार्यालय के दो कमरे में एक पक्ष द्वारा ताला जड़ दिया गया।