Home बिहार काफी धूम-धाम से मना राजगीर केन्द्रीय विद्यालय का वार्षिकोत्सव

काफी धूम-धाम से मना राजगीर केन्द्रीय विद्यालय का वार्षिकोत्सव

लघु भारत है केन्द्रीय विद्यालयः प्राचार्य रामजी सिंह

केन्द्रीय विद्यालय में होता है छात्रों का चरित्र निर्माणः महाप्रबंधक शरद घोड़के

नालंदा (राम विलास)। सोमवार को राजगीर के केन्द्रीय विद्यालय का वार्षिकोत्सव धूमधाम से मनाया गया। राजगीर के आरआईसीसी में आयोजित इस कार्यक्रम का उद्घाटन आयुध निर्माणी नालंदा के महाप्रबंधक शरद घोड़के ने दीप जलाकर किया।

उन्होंने कहा विद्यालय विद्या का मंदिर होता है। विद्यार्थी वहां ज्ञान हासिल करने के साथ व्यवहारिक जीवन की बारिकियो को सीखते हैं । किताबी ज्ञान के अलावे छात्रों का चरित्र निर्माण यहाँ होता है। विद्यालय छात्रों के व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास करके उन्हें बहुमुखी प्रतिभा सम्पन्न बनाती है ।

महाप्रबंधक ने कहा कि इस बात की उन्हें खुशी है कि केंद्रीय विद्यालय छात्रों की प्रतिभा एवं योग्यता को पहचान कर उसे और अधिक परिष्कृत एवं विकसित करने के लिए प्रयत्नशील है । महाप्रबंधक ने अच्छे अंक से उतीर्ण होने वाले 22 छात्रों को पांच हजार नगद और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया ।

प्राचार्य रामजी सिंह ने विद्यालय का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए कहा कि केंद्रीय विद्यालय राजगीर विद्यार्थी पढ़ाई के साथ-साथ पाठ सहगामी गतिविधियों में उत्साह के साथ भाग लेते हैं । छात्रों के चरित्र विकास के लिए यह आवश्यक है।

उन्होंने कहा कि केंद्रीय विद्यालय को मिनी इंडिया कहा जाता है । यहां के बचें पूरे भारतवर्ष की सभ्यता एवं संस्कृति से सुपरिचित होते हैं । हम सब ने भारत की सामाजिक सांस्कृतिक झलक देखी जाती है ।

इस मौके पर विद्यालय के छात्र- छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया । सरस्वती वंदना से शुरू इस कार्यक्रम में डिजिटल इंडिया पर आधारित हिंदी नाटिका, गुजरात का गरबा नृत्य , सर्वधर्म समभाव की भावना से ओतप्रोत अंग्रेजी नाटक, पंजाब का भांगड़ा नृत्य, जलवा डांस, अंग्रेजी नाटक आदि कार्यक्रमों की मनभाबन प्रस्तुति हुई ।

इस अवसर पर सैनिक स्कूल नालंदा के प्राचार्य एम आई हुसैन, महिला कल्याण समिति की चेयरमैन शोभा घोड़के, रश्मि प्रियदर्शी, अरुण कुमार , बीएन भारती, एस सी साह , विणा राखी, ऋषिकेश, पूनम, आरती, राजु कुमार , संतोष, सुधीर, मीडिया प्रभारी ए के त्रिपाठी सहित कई प्रमुख लोग मौजूद थे।

error: Content is protected !!
Exit mobile version