“दहेजबन्दी कानून सिर्फ घोषणा मात्र बनकर रह गयी है। तभी तो दहेज दानवों ने एक और बहु की बलि ले ली और पुलिस खानापूर्ति करने में लगी है…………..”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क। मामला बिहार के शेखपुरा जिला के शेखोपुरसराय डीह का है। मृत अंजनी कुमारी के पिता रंजीत सिंह ने इस बाबत शेखोपुरसराय थाना में एफआईआर भी दर्ज कराया है।
ग्राम बरान्दी ,कतरीसराय के रंजीत सिंह ने एफआईआर में बताया कि जून 2018 में उन्होंने अपनी बड़ी बेटी अंजनी की शादी शेखोपुरसराय डीह के रैना सिंह के बड़े पुत्र नरोत्तम के साथ किया था। शादी के बाद से ही बेटी को दहेज प्रताड़ना दी जाने लगी।
कभी मोटरसाइकिल तो कभी चार पहिया वाहन मायके से मांगने का दबाब बेटी पर बनाया जाता था। गरीब परिवार होने के कारण वे ससुराल वालों की मांग पूरी करने में असमर्थ थे।
बीते 28 अगस्त को ग्रामीण जनता से सूचना मिली कि आपकी बेटी को मार दिया गया है जबकि सुसराल वाले ने किसी प्रकार की घटना की कोई सूचना नहीं दिए। जब ये बेटी के सुसराल पहुंचे तो ससुराल वाले लाश को पहले ही जला चुके थे।
तब इन्होंने शेखोपुरसराय थाना में बेटी अंजनी के ससुर रैना सिंह, सास पुष्पा देवी, पति नरोत्तम कुमार और देवर पुरषोत्तम और रितेश पर गला दबाकर हत्या करने का आरोप लगाते हुए नामजद किया है।
शेखोपुरसराय थाना में इस बाबत एफआईआर 58/19 दर्ज किया गया है जिसमे धारा 304,201 और 34 लगाया गया है। दर्ज मुकदमा में धारा 302 के बजाय 304 लगाया जाना भी संदेहास्पद है।
पिता रंजीत सिंह ने बताया कि समधी रैना सिंह का शेखोपुरसराय थाना के साथ सांठ गाँठ चलता है जिस कारण अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है और मामले को पुलिस प्रशासन के सहयोग से रफा दफा करने का प्रयास किया जा रहा है।
दहेजलोभियों पर रोक लगाने के लिए भले ही सरकार नित्य नए संशोधन ला रहे हो लेकिन जब तक पुलिस प्रशासन के लोग इसको लेकर कड़े कदम नही उठाएंगे, तब तक बेटियां जलती रहेगी। दहेज लोभियों के कारनामे बढ़ते रहेंगे। बेटी बचाओ अभियान कागजों पर चलेगी और दहेज लोभियों के हाथों बेटियाँ यूँ ही रौंदी जाएगी ।