पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। बिहार की राजनीति में गर्मी बढ़ती जा रही है। राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम और राजद नेता तेजस्वी यादव ने नालंदा में 10वें कार्यकर्ता दर्शन और जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने मौजूदा सरकार को ‘पुरानी खटारा गाड़ी’ करार देते हुए कहा कि अब यह प्रशासन चलाने में पूरी तरह विफल हो चुकी है।
तेजस्वी यादव ने कहा, “मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब उम्रदराज हो चुके हैं और राज्य को सही तरीके से नहीं चला पा रहे हैं। सरकार के पास कोई कार्य करने की इच्छाशक्ति नहीं बची है।” उन्होंने आरोप लगाया कि असली सत्ता कुछ गिने-चुने अधिकारियों और नेताओं के हाथों में है, जो सरकारी खजाने की लूट में लगे हुए हैं।
उन्होंने मौजूदा सरकार की तुलना पुरानी गाड़ियों से करते हुए कहा, “जिस तरह सरकार 15 साल पुरानी गाड़ियों को चलाने की अनुमति नहीं देती, क्योंकि वे खटारा हो जाती हैं, बार-बार सर्विसिंग की जरूरत पड़ती है और प्रदूषण फैलाती हैं, ठीक वैसे ही यह सरकार भी 20 साल बाद निष्क्रिय हो गई है।”
बिहार में बढ़ते अपराधों को लेकर भी तेजस्वी ने सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि “राज्य में हत्या, लूट, अपहरण, बैंक डकैती, गैंगरेप और दलित जनप्रतिनिधियों पर हमलों की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। लेकिन सरकार अपराधियों पर कार्रवाई करने के बजाय उन्हें संरक्षण दे रही है।”
उन्होंने दावा किया कि अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं और सीएम हाउस से ही उन्हें सरंक्षण मिल रहा है।
बीपीएससी परीक्षाओं में हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर भी तेजस्वी ने सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि जब उनकी सरकार थी, तब किसी परीक्षा का पेपर लीक नहीं हुआ था, लेकिन अब यह आम बात हो गई है। उन्होंने कहा, “जब मैंने इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखी, तो उसका भी जवाब नहीं मिला, जिससे यह साफ है कि सरकार इस मसले पर गंभीर नहीं है।”
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में विकास पूरी तरह से ठप हो गया है। उन्होंने पलायन और महंगाई को राज्य की सबसे बड़ी समस्या बताया। साथ ही, स्मार्ट मीटर और जमीन सर्वेक्षण से हो रही परेशानी का भी जिक्र किया।
नीतीश कुमार द्वारा महिला सशक्तिकरण के नाम पर शुरू किए गए अभियानों पर कटाक्ष करते हुए तेजस्वी ने कहा, “साल 2005 में उन्होंने महिला सशक्तिकरण के नाम पर सरकार बनाई थी और अब 2025 में ‘माई-बहन योजना’ लेकर पूरे बिहार का भ्रमण कर रहे हैं। लेकिन जनता अब उनके झांसे में नहीं आने वाली।”
कार्यकर्ता दर्शन सह संवाद यात्रा के दौरान तेजस्वी ने अपने समर्थकों को भरोसा दिलाया कि अगर उनकी सरकार बनी तो सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना की राशि ₹400 से बढ़ाकर ₹1500 कर दी जाएगी और हर परिवार को 200 यूनिट बिजली मुफ्त दी जाएगी।
तेजस्वी यादव ने साफ किया कि उनकी यात्रा का मुख्य उद्देश्य पार्टी को बूथ स्तर से लेकर पंचायत स्तर तक मजबूत करना है। उन्होंने कार्यकर्ताओं को आगामी विधानसभा चुनाव के लिए कमर कसने का निर्देश दिया।
तेजस्वी यादव के इस हमले और उनकी यात्रा को आगामी चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। क्या बिहार की जनता इस बार बदलाव के लिए तैयार है? क्या राजद सत्ता में वापसी कर पाएगा? इन सवालों के जवाब तो चुनाव के नतीजे ही देंगे। लेकिन फिलहाल बिहार की राजनीति में उबाल आ चुका है।
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