मकर संक्रांति का भोज देकर गायब हुए चिराग, बिना चूड़ा-दही खाए बेरंग वापस लौटे CM नीतीश

पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। बिहार में मकर संक्रांति के अवसर पर चूड़ा-दही भोज का विशेष महत्व है। हर साल की तरह इस बार भी लोजपा (रामविलास) के नेता और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने अपने आवास पर चूड़ा-दही भोज का न्योता दिया। कार्यक्रम में एनडीए के नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित कई प्रमुख हस्तियों को आमंत्रित किया गया था। लेकिन इस आयोजन में जो हुआ, उसने राज्य की सियासत में एक नया मोड़ ला दिया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नियत समय पर चिराग पासवान के आवास पर पहुंचे। हालांकि वहाँ पहुंचने पर उन्होंने पाया कि चिराग पासवान स्वयं गायब हैं। न ही मेजबान की कोई औपचारिक व्यवस्था दिखी। मुख्यमंत्री कुछ समय इंतजार करने के बाद बिना चूड़ा-दही का स्वाद लिए ही लौट गए।

इस घटना ने न केवल राजनीतिक गलियारों में खलबली मचाई, बल्कि सोशल मीडिया पर भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का मजाक बनाया जा रहा है। ट्विटर X पर #चूड़ा_दही_कांड ट्रेंड कर रहा है, और लोग मुख्यमंत्री की स्थिति पर चुटकी ले रहे हैं।

पिछले विधानसभा चुनावों में चिराग पासवान ने भाजपा के लिए ‘हनुमान’ की भूमिका निभाई थी। लेकिन वर्तमान घटना ने राजनीतिक विश्लेषकों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि एनडीए के भीतर संबंधों में खटास आ रही है। चिराग पासवान की अनुपस्थिति पर जदयू के कुछ नेताओं ने तीखी टिप्पणियां की हैं। वहीं  भाजपा और लोजपा के बीच खींचतान की अटकलें भी तेज हो गई हैं।

जब मीडिया ने इस घटना पर चिराग पासवान से प्रतिक्रिया लेनी चाही तो उनके कार्यालय से कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला। सूत्रों के मुताबिक चिराग किसी जरूरी काम के सिलसिले में कहीं बाहर निकले हुए थे। लेकिन उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सरीखे मुख्य मेहमान को सूचना क्यों नहीं दी? यह सवाल बना हुआ है।

हालांकि बिहार की राजनीति में ऐसे घटनाक्रम नए नहीं हैं, लेकिन चिराग पासवान और नीतीश कुमार के बीच बढ़ती दूरी एनडीए की एकता के लिए चुनौती साबित हो सकती है। वहीं आम जनता इस पूरे प्रकरण को दिलचस्पी से देख रही है।

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