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झारखंड का रामगढ़-लातेहार बना देश में नं.1-नं.2 फिसड्डी जिला, जानें नीति आयोग की रैंकिंग

एक्सपर्ट मीडिया न्यूज डेस्क। राष्ट्रीय नीति आयोग ने देश के 112 अति पिछड़े आकांक्षी जिलों की ताजा डेल्टा रैंकिंग जारी की है। इसमें झारखंड के रामगढ़ जिले को विकास के विभिन्न पैमानों पर देश का सबसे फिसड्डी जिला आंका गया है। उसे 112वीं  रैंक मिली है।

Jharkhands Ramgarh Latehar became the No.1 No.2 lagging district in the country know the ranking of NITI Aayog 2रैंकिंग में दूसरे सबसे फिसड्डी जिले का ‘खिताब’ भी झारखंड के ही खाते में आया है। लातेहार जिले को इस रैंकिंग में 111वां स्थान मिला है। यह रैंकिंग जुलाई-अगस्त में हुए सर्वे के आधार पर जारी की गयी है।

हालांकि इसके पहले हुए सर्वे में रामगढ़ जिला टॉप रैंकिंग जिलों की सूची में 22वें और लातेहार 13वें स्थान पर था। जाहिर है कि हाल के महीनों में इन जिलों में विकास की योजनाओं के कार्यान्वयन की गति धीमी पड़ी है।

बता दें कि पूरे देश के 112 आकांक्षी जिलों में झारखंड के 19 जिले शामिल हैं। जुलाई-अगस्त के सर्वे के आधार पर जारी डेल्टा रैंकिंग बताती है कि इनमें से 9 जिलों ने पिछले महीनों की तुलना में विकास के पैमानों पर बेहतर काम किया है, जबकि 10 जिलों की रैंकिंग खराब हुई है।

बेहतर करनेवाले जिलों में रांची भी शामिल है, जिसने अपनी पुरानी रैंकिंग 106 से छलांग लगाकर इस बार 28वीं  रैंक हासिल की है।

इसके अलावा गुमला (55), पाकुड़ (86), लोहरदगा (22), गोड्डा (42), खूंटी (58), सिमडेगा (65), पश्चिम सिंहभूम (12), पूर्वी सिंहभूम (59) ने अपनी पिछली रैंकिंग में सुधार दर्ज किया है।

पलामू 75वें स्थान से नीचे गिरकर 104वें, गिरिडीह 36वें स्थान से नीचे गिरकर 87वें, चतरा 7वें स्थान से गिरकर 12वें, दुमका 61वें स्थान से गिरकर 76वें, साहिबगंज 27वें स्थान से गिरकर 99वें, हजारीबाग 42वें स्थान से गिरकर 61वें, गढ़वा छठे स्थान से गिरकर 77वें, बोकारो 55वें स्थान से गिरकर 61वें स्थान पर पहुंच गया है।

 

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