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NEET paper leak case: हजारीबाग में टोटो पर लादकर बैंक भेजा था नीट प्रश्नपत्र का बंडल

NEET paper leak case A bundle of NEET question papers was sent to the bank on a Toto

रांची (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। झारखंड के हजारीबाग से नीट (यूजी) के प्रश्नपत्र लीक मामले (NEET paper leak case) में सनसनीखेज खुलासा सामने आया है। यह खुलासा नीट (यूजी) परीक्षा केंद्र ओएसिस स्कूल के प्राचार्य सह एनटीए के सिटी कॉर्डिनेटर डॉ. एहसान उल हक ने पत्रकारों के सामने की है।

उन्होंने कहा है कि जिस प्राइवेट कुरियर कंपनी को प्रश्नपत्र लाने का जिम्मा मिला था उसने हजारीबाग स्थित अपने गोदाम से नीट (यूजी) के प्रश्नपत्र टोटो पर लादकर बैंक को भेजा था।

बता दें कि मामले की जांच कर रही बिहार पुलिस को आर्थिक अपराध इकाई ने पिछले दिनों हजारीबाग पहुंचकर ओएसिस स्कूल की जांच कर उनसे पूछताछ की थी। आरोप हैं कि प्रश्नपत्र इसी सेंटर से लीक कराए गए थे।

डॉ. हक ने बताया है कि हजारीबाग के पांच केंद्रों पर 05 मई 2024 को एनटीए के मापदंडों के अनुरूप नीट (यूजी) की परीक्षा संपन्न कराई गई थी। जिसमें उन्होंने कुल 9 बक्सों में सील प्रश्न पत्र एसबीआई बैंक में 5 मई 2024 को सुबह 7.30 के बाद रिसीव कर हजारीबाग के सभी पांच परीक्षा केंद्रों के सेंटर सुपरिंटेंडेंट और पदस्थापित किए गए।

उन्होंने बताया है कि ऑब्जर्वर को बैंक मैनेजर की उपस्थिति में सील बंद बक्से सुपुर्द किया था। इसके बाद सभी केंद्रों पर परीक्षा शांतिपूर्वक संपन्न हुआ था। विगत 21 जून 2024 को नीट (यूजी) पेपर लीक मामले की जांच टीम ईओयू हजारीबाग पहुंची एवं बताया कि 5 मई 2024 को आयोजित नीट प्रश्न पत्र का एक बुकलेट की कॉपी बिहार के पटना शहर में अधजली अवस्था में मिली। इसकी जांच के लिए ईओयू की टीम हजारीबाग आई है।

उन्होंने आगे बताया है कि तब मैं और मेरी टीम ने ईओयू जांच दल को जांच पड़ताल में पूरी तरह हर संभव सहयोग किया। जांच के क्रम में वे जांच दल के साथ एसबीआई बैंक भी गए, जो नीट पेपर का कस्टोडियन था। जांच के दौरान पता चला कि प्रश्न पत्र के बक्से 3 मई 2024 को ब्लू डार्ट कूरियर सर्विस द्वारा एसबीआई बैंक हजारीबाग पहुंचाया गया था।

ईओयू के पूछताछ के क्रम में हजारीबाग में ब्लू डार्ट कोरियर के कर्मचारियों ने बताया कि 3 मई 2024 को रांची से हजारीबाग प्रश्न पत्र के बक्से नेटवर्क की किसी गाड़ी से मंगाया गया था और उन बक्सों को भाड़े के ई-रिक्शा से बैंक भेजा गया था। ईओयू की टीम ने इतने संवेदनशील प्रश्न पत्रों के ट्रांसपोर्टेशन की आलोचना करते हुए ब्लू डार्ट को गैर जिम्मेवार बताया।

उन्होंने बताया है कि एनटीए के एसओपी के अनुसार प्रश्न पत्रों के बक्से 5 मई 2024 को रिसीव हुआ जबकि कथित तौर पर प्राप्त जानकारी के अनुसार पटना में प्रश्न पत्र की कॉपी 4 मई को ही उपलब्ध था। 5 मई 2024 को सुबह 7.30 बजे के पश्चात प्रश्नों के बक्से रिसीव होने के बाद पूरी जिम्मेवारी के साथ अपने दायित्व का निर्वहन किया।

बकौल डॉ. एहसान उल हक,  ईओयू की टीम को भी जांच में पूरा साथ दिया। वर्तमान में इस मामले में जांच प्रक्रिया जारी है। परंतु बीच में ही कुछ समाचार एजेंसियों ने हमारे प्रतिष्ठा को धूमिल करने वाले समाचार प्रचारित किया जोकि निंदनीय है।

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