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    Saturday, May 18, 2024
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      छपरा जहरीली शराबकांडः अब तक 55 लोगों की मौत, विपक्ष हमलावर

      एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क।  बिहार के छपरा जिले में जहरीली शराब से मौत का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है। यहां लगातार चौथे दिन लोगों की मौत के मामले सामने आए। छपरा के मशरख और इसुआपुर थाना क्षेत्र में जहरीली शराब से मौत के आंकड़े लगातार बढ़ रहे है।

      शुक्रवार की सुबह तक जहरीली शराब के मौत का आंकड़ा बढ़कर 55 पहुंच गया है। अभी भी कई लोगों की हालत खराब है, जो अलग-अलग अस्पतालों में इलाजरत है। इधर जहरीली शराब से इतनी बड़ी संख्या में हुई मौत को लेकर आज लगातार तीसरे दिन विधानसभा में हंगामा होने के आसार है।

      विपक्षी दल भाजपा के विधायक लगातार इस मामले में सरकार पर हमलावर है। दूसरी ओर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव सहित अन्य बचाव की मुद्रा में है।

      गुरुवार को नीतीश ने साफ कहा था कि जो पिएगा वो मरेगा। तेजस्वी ने भी इस मामले में बीजेपी विधायकों पर विधानसभा में नाटक करने का आरोप लगाया था।

      अब तक 126 लोग गिरफ्तारः दूसरी ओर इस मामले में छपरा में जिला प्रशासन व्यापक पैमाने पर अभियान चला रही है। इस अभियान के तहत गुरुवार तक 126 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

      सारण के एसपी संतोष कुमार ने बताया कि, मढौरा अनुमंडल के विभिन्न थाना क्षेत्रों में संदिग्ध स्थिति में मृत्यु होने की घटना के बाद मशरख थाना व इसुआपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है तथा आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी जारी है।

      विशेष पुलिस टीम की छापेमारी जारीः एसपी ने बताया कि त्वरित अनुसंधान एवं गिरफ्तारी के लिए अपर पुलिस अधीक्षक सह अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सोनपुर के नेतृत्व में 3 पुलिस उपाधीक्षक सहित कुल 31 पुलिस पदाधिकारी और पुलिसकर्मी के लिए एक विशेष जांच टीम गठित की गई है।

      जिला प्रशासन ने इस मामले में सख्त ऐक्शन लेते हुए मशरख थाना प्रभारी और चौकीदार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।

      लोकसभा में भी उठा जहरीली शराब से मौत का मामलाः गुरुवार को जहरीली शराब से हुई मौत मामले को भाजपा नेता संजय जायसवाल ने लोकसभा में शून्यकाल के दौरान उठाया। उन्होंने कहा कि बिहार में पूरी तरह से शराब बंदी है, लेकिन राज्य में जहरीली शराब का घर-घर वितरण हो रहा है।

      इससे साफ है कि वहां की सरकार शराब बेचने वालों को संरक्षण दे रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री के व्यवहार पर भी सवाल खड़े किए।

      बता दें कि बुधवार को जहरीली शराब से हुई मौत मामले में विपक्ष द्वारा सवाल उठाए जाने पर विधानसभा में नीतीश कुमार गुस्से से लाल हो गए थे।

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