एक्सपर्ट मीडिया न्यूज डेस्क। बिहार में कोरोना मरीज के लिए संदिग्ध रेमडेसिविर इन्जेक्शन को लेकर झारखंड में मारामारी मची हुई है। यहाँ अस्पतालों के द्वारा मरीजों को उपलब्ध करायी जाने वाली इस दवा की कालाबाजारी भी धडल्ले हो रही है…
खबर है कि राजधानी राँची समेत पूरे राज्य में इस दवा की शोर्टेज के बीच केंद्र सरकार ने झारखंड के लिए दवा का नई खेप भेजा है। इसमें झारखंड को रेमडेसिविर की 15,150 डोज उपलब्ध कराया गया है। यह अलाटमेंट 21 से 30 अप्रैल तक के लिए की गयी है। राज्य से 71 अस्पतालों को यह दवा उपलब्ध करा दी गयी है।
पीआईबी प्रेस नोट के अनुसार देश में सात कंपनियां ऐसी हैं, जो रेमडेसिविर दवा का प्रोड्क्शन कर रही है। देश में कोरोना की वजह से इस दवा की बढ़ती मांग को देखते हुए प्रोड्क्शन बढाया गया है।
जरुरत को देखते हुए कंपनियां पहले से दोगुना मात्रा में इस दवा का उत्पादन कर रही है। पिछले महीने जहां कंपनियां 38 लाख डोज प्रति माह बनाती थी, वहीं अब 74 लाख डोज प्रति महीने उत्पादन कर रही हैं।
जारी प्रेस नोट के अनुसार राज्यों को इस दवा की खपत और उपलब्धता पर नजर रखने के लिए नोडल ऑफिसर नियुक्त करने का निर्देश दिया गया है। नेशनल फार्मास्युटिकल प्राइसिंग ऑथोरिटी (एनपीपीए) ने इसके लिए बाजाप्ता एक कंट्रोल रूम भी बना रखा है।
खबरों की मानें तो झारखंड को रेमडेसिविर का कुल 15,150 डोज मिला है। इनमें जायड्स केडिला कंपनी की 10 हजार, हेटेरो की 1650, मीलन की 500, सिप्ला की 2000 और जुबिलेंट की 1000 डोज दावा दी गयी है। ये सभी दवाएं राज्य के 71 अस्पताल को उपलब्ध करा दी गयी है।