लालू की सुरक्षा में तैनात ASI का खूनी धराया, दारु-मुर्गा के चलते हुई निर्मम हत्या!

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हालांकि, रांची पुलिस ने फिलहाल ये तो साफ नहीं किया है कि अजीत तिर्की ने आखिर ASI की हत्या क्यों की? लेकिन सूत्रों से जो जानकारी छनकर सामने आ रही है, उसके मुताबिक मुर्गा खाने और शराब पीने को लेकर इनके बीच कुछ विवाद हुआ था, जिसके बाद इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया। खबरों की माने तो इस पूरे प्रकरण में एक महिला का नाम भी सामने आ रहा है। हालांकि पुलिस अनुसंधान का हवाला देकर इस पर फिलहाल कुछ भी बोलने से बच रही है….

एक्सपर्ट मीडिया न्यूज डेस्क। रांची पुलिस ने ASI कामेश्वर रविदास की हत्या की गुत्थी को सुलझा लेने का दावा किया है। पुलिस ने हत्या के आरोप में 32 साल के अजीत तिर्की को गिरफ्तार किया है। अजीत तिर्की धुर्वा इलाके का ही रहनेवाला है।ranchi LALU ASI MURDER 1

पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल पत्थर को भी अजीत की निशानदेही पर बरामद कर लिया है। बकौल पुलिस इस कांड में अभी कुछ और लोग शामिल हो सकते हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। पुलिस ने प्रेस कॉनफ्रेंस कर कहा कि अभी इस केस का अनुसंधान जारी है।
पत्थर खदान से बरामद हुआ था शवः 31 जुलाई को रांची के तुपुदाना थाना से महज 500 मीटर की दूरी पर कामेश्वर दास की हत्या कर दी गई थी।
उनका शव अगले दिन तुपुदाना के पत्थर खदान से बरामद हुआ था। शव को देखकर पता चल रहा था कि पत्थर से सिर और चेहरे पर वार किया गया था।
जांच के दौरान पता चला कि खदान के पास स्थित उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय बेरमाद में अपराधियों ने एएसआई की हत्या की और फिर डेडबॉडी को खदान में लाकर फेंक दिया। अपराधियों ने सबूत मिटाने की नीयत से स्कूल के बरामदे से खून को भी धो डाला था।lalu bodygard murder ranchi rajgir 3
5 लोग लिए गए हिरासत में: मामले की जांच में जुटी पुलिस ने शव बरामदगी के अगले रोज ही शक के आधार पर अजीत तिर्की, गुड्डू लोहार, ढोला लोहार, रमेश लोहार सहित कुछ लोगों को हिरासत में लिया था।
बताया जा रहा है कि इनसे जब सख्ती से पूछताछ की गई तो अजीत टूट गया और उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया।
इसके बाद पुलिस ने हिरासत में लिए गए बाकी लोगों को छोड़ दिया और अब अजीत के बयानों की बिनाह पर आगे की जांच में जुटी है।
स्थानीय लोगों ने किया था हंगामाः एएसआई कामेश्वर रविदास की हत्या के आरोप में जांच कर रही पुलिस टीम पर स्थानीय लोगों ने निर्दोष को फंसाने का आरोप लगाया है। इसके विरोध में बीते दिनों थाने के बाहर लोगों ने हंगामा भी किया था।ranchi LALU ASI MURDER 1
लोगों का आरोप था कि लालू से मामला जुड़ा होने के कारण पुलिस जल्दबाजी में केस को निपटाना चाहती है। हालांकि पुलिस ने ऐसे आरोपों से इनकार किया है।
पुलिस की माने तो तमाम सबूत और साक्ष्य जुटाने के बाद ही अजीत तिर्की को गिरफ्तार किया गया है और आगे भी बिना सबूत के किसी को परेशान नहीं किया जाएगा।
2000 में झारखंड पुलिस में हुए थे भर्तीः बिहार के नालंदा जिले के सिलाव थाना के खुशरुपुर के रहनेवाले कामेश्वर रविदास साल 2000 में झारखंड पुलिस में भर्ती हुए थे।
उनकी पहली पोस्टिंग साल 2016 में तुपुदाना थाना क्षेत्र में टाइगर मोबाइल के जवान के रूप में हुई थी। साल 2019 में प्रमोशन पाकर वो एएसआई बन गए थे। तब भी उनकी ड्यूटी तुपुदाना थाने में ही थी।
 इस साल मार्च के अंतिम हफ्ते में कामेश्वर दास को रिम्स में भर्ती लालू यादव की सुरक्षा का जिम्मा दिया गया था। (इनपुटः द फॉलोअप टीम)