राँची (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क)। झारखंड के स्थापना दिवस कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के आगमन को लेकर बदलाव हुआ है। सूचना के मुताबिक रांची के मोरहाबादी मैदान में आयोजित समारोह और देवघर के कार्यक्रम में राष्ट्रपति शामिल नहीं होंगी।
अंत समय में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है। इस स्थापना दिवस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि राष्ट्रपति को शामिल होना था। जानकारी के मुताबिक राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अब रांची के बजाय खूंटी जिला के उलिहातू गांव जाएंगी।
दरअसल 15 नवंबर को झारखंड की धरती पर देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बनी द्रौपदी मुर्मू के आगमन को लेकर राज्य सरकार करोड़ों रुपए खर्च कर रही थी। एयरपोर्ट से लेकर राजभवन तक के रोड को दुरुस्त किया जा रहा था।
दूसरी ओर पूरे रांची शहर के चप्पे-चप्पे पर 4,000 से ज्यादा सुरक्षा बलों की तैनाती की गई थी। स्थापना दिवस के राजकीय कार्यक्रम और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को जिन-जिन रास्तों से उनको गुजारना था, रांची नगर निगम ने उनकी धुलाई कर चकाचक बना दिया है।
द्रौपदी मुर्मू के कार्यक्रम में फेरबदलः वहीं राजधानी के दो प्रमुख सब्जियों मंडियों को भी राष्ट्रपति आगमन को देखते हुए बंद कर दिया गया था। कई प्रमुख सड़कों को डायवर्ट कर दिया गया।
तमाम तैयारियों को मुकम्मल कर लिया गया था कि एकाएक अंत समय में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के कार्यक्रम में फेरबदल कर दिया गया।
सीएम सोरेन के साथ मंच नहीं करेंगी साक्षाः राज्य स्थापना दिवस के मौके पर रांची के मोरहाबादी मैदान में आयोजित राजकीय समारोह में बतौर मुख्य अतिथि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सम्मिलित होना था।
वह सीएम हेमंत सोरेन, शिबू सोरेन सहित राज्य के कई मंत्री और वरिष्ठ नेताओं के साथ मंच साझा करतीं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के द्वारा झारखंड आने का न्योता स्वीकार करने के बाद सीएम हेमंत सोरेन ने खुले मंच से और ट्वीट कर भी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को धन्यवाद ज्ञापित किया था। सीएम हेमंत सोरेन लगातार अधिकारियों के साथ बैठक कर राष्ट्रपति के आगमन की पल-पल की अपडेट ले रहे थे।
दौरा रद्द होने के राजनीतिक मायनेः राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के एकाएक कार्यक्रम में फेरबदल के राजनीतिक मायने भी निकाले जा रहे हैं। भ्रष्टाचार में घिरे सीएम हेमंत सोरेन के साथ देश की सर्वोच्च पद पर आसीन राष्ट्रपति का मंच साझा करना उचित नहीं था।
इन्हीं कारणों से अंत समय में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के रांची कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया। हालांकि अब तक किसी भी राजनीतिक दल के नेता के तरफ से इस पर कोई भी टीका टिप्पणी नहीं की गई है।
देवघर का कार्यक्रम भी रद्दः राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आज (सोमवार) को दिल्ली से देवघर पहुंचना था। यहां उन्हें देवघर बाबा मंदिर में पूजा-अर्चना करना था। इसके लिए देवघर में भी तैयारियां जोरों शोरों से की जा रही थी।
रात्रि विश्राम का कार्यक्रम था निर्धारितः देवघर के बाद रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर द्रौपदी मुर्मू का आगमन होना था, जहां उनकी अगवानी में राज्यपाल रमेश बैस सीएम हेमंत सोरेन सहित राज्य के कई अधिकारी मौजूद रहते।
इसके बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से राजभवन के लिए प्रस्थान कर जातीं। यहां शाम में कई अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सम्मिलित होने के बाद उनका रात्रि विश्राम का कार्यक्रम निर्धारित था।
15 नवंबर को बिरसा मुंडा की जयंतीः वहीं 15 नवंबर यानी बिरसा मुंडा की जयंती और राज्य स्थापना दिवस के दिन रांची एयरपोर्ट से खूंटी जिला के उलिहातु गांव धरती आबा बिरसा मुंडा की जन्म स्थली पर हेलीकॉप्टर के माध्यम से पहुंचना था। यहां उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करने के बाद बिरसा मुंडा के वंशजों से मिलना तय था।
इसके बाद खूंटी में गौरव दिवस समारोह में सम्मिलित होने के बाद राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान में राजकीय स्थापना दिवस समारोह में शामिल होना था।
नया शेड्यूल जारीः राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नए शेड्यूल के मुताबिक सुबह 6:15 पर महामहिम द्रौपदी मुर्मू पालम एयरपोर्ट से महामहिम वायु सेना के विमान से झारखंड के लिए उड़ान भरेंगी।
रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा। इसके बाद यहां से भारतीय वायु सेना के एमआई-17 हेलीकॉप्टर से वह खूंटी जिला के हाथों गांव के लिए उड़ान भरेंगी।
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